लोकसभा चुनाव 2024 की लगभग आधी सीटों पर मतदान संपन्न हो चुके है. समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो श्री अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी एक साथ मिलकर कानपुर में रैली और जनसभा करेंगे। 10 मई को शहर के जीआइसी चुन्नीगंज क्षेत्र में आयोजित संयुक्त सभा में शामिल होंगे।
कानपुर: लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए I.N.D.I.A. के उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए सपा सुप्रीमो श्री अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी एक साथ चुनावी सभा करने कानपुर आ रहे हैं। बताया कि दोनों मिलकर 10 मई को शहर के जीआइसी चुन्नीगंज में संयुक्त सभा को सम्बोधीत करेंगे। सूत्रों ने बताया कि सात साल पहले दोनों नेताओं ने विधानसभा चुनाव के लिए कानपुर में संयुक्त रैली और सभा की थी।
सात साल बाद राहुल और अखिलेश एक साथ
अधिकारी ने बताया कि कानपुर सीट पर चुनाव प्रचार अंतिम दौर पर है. इसको देखते हुए राहुल और अखिलेश दोनों नेताओं की सभा और रैली होने जा रही है। सपा और कांग्रेस के नेताओं को कानपूर में भारी भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सूत्रों ने Subkuz.com को बताया कि बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश कुमार पांडेय ने गठबंधन दल के नेताओं के साथ संयुक्त बैठक में चुनाव की रणनीति बनाई और सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की हैं। सपा के महानगर अध्यक्ष फजल खान महमूद ने बताया कि 10 मई को कन्नौज में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद दोनों नेता जीआइसी चुन्नीगंज में मैदान में आयोजित जनसभा में शामिल होकर जनता से वोट मांगेंगे।
कानपुर पहुंचेंगे दोनों नेता
जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने फरवरी 2017 में विधानसभा चुनाव के तहत परेड मैदान पर आयोजित चुनावी सभा को संबोधित किया था। इस बार दोनों ने जीआइसी मैदान चुना है। यह क्षेत्र शहर की घनी आबादी के बीच में स्थित हैं। कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी का वोट बैंक भी इसी क्षेत्र में सर्वाधिक है। चुनावी सभा को गठबंधन के लिए इसलिए प्रमुख माना जा रहा है कि क्योकि तीन चरण के चुनाव संपन्न होने के बाद चौथे चरण का मतदान होने वाला है, जो प्रदेश और देश के लिए निर्णायक साबित हो सकता हैं।
सूत्रों ने बताया कि अब तक दोनों नेताओं ने मिलकर केवल एक संयुक्त चुनावी सभा अमरोहा में ही की है। जानकारी के मुताबिक पहले दोनों नेताओं की सभा का आयोजन अकबरपुर लोकसभा सीट पर करने की तैयारी चल रही थी लेकिन आखरी समय में परिवर्तन करके इसे कानपुर सीट पर शिफ्ट किया गया। कानपुर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार के चुनाव लड़ने की वजह से राहुल गांधी को उनका समर्थन करने के लिए आना था।