थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में स्थित वात फो मंदिर न केवल स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है, बल्कि बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों के लिए यह एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल भी है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक मंदिर का दौरा किया।
Buddhist Wat Pho Temple: वात फो मंदिर, जिसे वाट फ्रा चेत्तुपोन भी कहा जाता है, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में स्थित एक अत्यंत प्रसिद्ध और पवित्र बौद्ध मंदिर है। यह मंदिर विशेष रूप से अपने विशाल लेटे हुए बुद्ध (Reclining Buddha) की प्रतिमा के लिए जाना जाता है, जो लगभग 46 मीटर लंबी और 15 मीटर ऊंची है। यह प्रतिमा निर्वाण की मुद्रा में भगवान बुद्ध को दर्शाती है, और इसे सोने की परतों से सजाया गया है।
वात फो मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि थाईलैंड में पारंपरिक थाई चिकित्सा और मसाज का भी यह प्रमुख केंद्र माना जाता है। यहां पर थाई मसाज की शिक्षा देने वाला सबसे पुराना संस्थान भी स्थित है।
पीएम मोदी का आध्यात्मिक अनुभव
प्रधानमंत्री मोदी ने थाईलैंड की यात्रा के दौरान वात फो मंदिर पहुंचकर भगवान बुद्ध के लेटे हुए स्वरूप के दर्शन किए और उनकी पूजा-अर्चना की। इस दौरान थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनावात्रा भी उनके साथ मौजूद थीं। मंदिर में पीएम मोदी ने वरिष्ठ बौद्ध भिक्षुओं को 'संघदान' अर्पित किया, जो बौद्ध परंपरा में उच्च सम्मान का प्रतीक माना जाता है।
क्या है वात फो मंदिर की खासियत?
वात फो, जिसे स्थानीय भाषा में "वात फ्रा चेतुफोन विमोनमंगकलाराम रत्चवोरमाहविहान" कहा जाता है, थाईलैंड के सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण बौद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर अपने विशालकाय लेटे हुए बुद्ध (Reclining Buddha) की प्रतिमा के लिए विश्वप्रसिद्ध है, जिसकी लंबाई लगभग 46 मीटर और ऊंचाई 15 मीटर है।
यह मूर्ति भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण की अवस्था को दर्शाती है और इसे 1848 में स्थापित किया गया था। मंदिर में प्रवेश करते ही इसकी भव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया जा सकता है।
मंदिर का इतिहास
वात फो का इतिहास 16वीं शताब्दी में शुरू होता है, जब इसे एक साधारण मठ के रूप में स्थापित किया गया था। लेकिन इसका वर्तमान स्वरूप राजा राम प्रथम और विशेष रूप से राजा राम तृतीय के शासनकाल में उभरा। 1832 में मंदिर का विस्तारीकरण हुआ, जिसमें मुख्य रूप से दक्षिण और पश्चिम विहार बनाए गए। यहीं पर वह प्रसिद्ध मूर्ति भी स्थापित है, जिसे देखने हर साल लाखों पर्यटक और श्रद्धालु पहुंचते हैं।
वास्तु और धार्मिक महत्व
मंदिर परिसर में 1,000 से अधिक बुद्ध प्रतिमाएं और 90 से अधिक स्तूप हैं।
यह मंदिर न केवल धार्मिक स्थल है, बल्कि इसे थाई पारंपरिक चिकित्सा और मसाज का भी केंद्र माना जाता है।
यह थाईलैंड का पहला सार्वजनिक शिक्षा केंद्र भी रहा है, जिसे यूनेस्को ने सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी है।
अगर आप बैंकॉक की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो वात फो मंदिर आपकी लिस्ट में जरूर होना चाहिए। इसकी भव्यता, आध्यात्मिक वातावरण और ऐतिहासिक महत्व इसे एक अनोखा अनुभव बनाते हैं।