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मुजफ्फरपुर दुष्कर्म मामले में डिप्टी सीएम का कड़ा बयान: बुलडोजर हो या एनकाउंटर, दोषियों को मिले कड़ी सजा

मुजफ्फरपुर दुष्कर्म मामले में डिप्टी सीएम का कड़ा बयान: बुलडोजर हो या एनकाउंटर, दोषियों को मिले कड़ी सजा

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए घृणित दुष्कर्म ने पूरे राज्य में गहरा दर्द और आक्रोश फैला दिया है। इस घटना के बाद प्रशासन और सरकार पर कठोर कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है। 

पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। पीड़िता के परिवार से मुलाकात करने पहुंचे राज्य के डिप्टी सीएम ने सख्त लहजे में प्रशासन को फटकार लगाते हुए कहा – चाहे बुलडोजर चलाना हो या एनकाउंटर करना, मेरी तरफ से कोई रोक नहीं है। आरोपी को 12 घंटे के भीतर सलाखों के पीछे या जमीन के नीचे होना चाहिए।

इस घटना को लेकर आम जनता में पहले से ही उबाल है, और डिप्टी सीएम की इस बेबाक टिप्पणी ने एक नई उम्मीद जगा दी है कि दोषियों को अब कोई राजनीतिक संरक्षण नहीं मिलेगा।

जब चुप्पी टूटी, दर्द बाहर आया

पीड़िता, जो कि मात्र 14 वर्ष की है, को मोहल्ले के ही एक व्यक्ति ने बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया और दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। बच्ची डरी-सहमी हुई थी, लेकिन जब उसकी तबीयत बिगड़ने लगी, तब परिजनों ने सच्चाई पूछी। परिवार की ओर से शिकायत दर्ज की गई, लेकिन स्थानीय पुलिस की ढिलाई और हिचकिचाहट के चलते आरोपी गिरफ्त से दूर बना रहा। मामला मीडिया में आने के बाद ही प्रशासन की नींद खुली और डिप्टी सीएम ने स्वयं हस्तक्षेप किया।

डिप्टी सीएम की पीड़िता के घर पर भावुक मुलाकात

डिप्टी सीएम जब पीड़िता के घर पहुंचे, तो पूरा गांव जमा हो गया। उन्होंने परिवार को गले लगाया, और बच्ची के पिता का हाथ पकड़कर कहा – जब बेटी पर अत्याचार होता है, तो सरकार चुप नहीं बैठ सकती। अब एक्शन होगा, दिखावे का नहीं – असली। उन्होंने अधिकारियों से मौके पर ही कहा कि, मैं आदेश देता हूं, अगले 12 घंटे में आरोपी पर कड़ा एक्शन हो। चाहे घर पर बुलडोजर चले या भागे तो एनकाउंटर हो, राज्य सरकार पीछे नहीं हटेगी।

प्रशासन पर सवाल, अब कार्रवाई का दबाव

डिप्टी सीएम की नाराजगी स्पष्ट थी। उन्होंने एसपी और डीएम को कहा कि, अगर इस मामले में एक भी पुलिसकर्मी की लापरवाही पाई गई, तो निलंबन तय है। एक्शन केवल आरोपी पर नहीं, सिस्टम पर भी होगा। इसके बाद एसआईटी (Special Investigation Team) गठित की गई है, और आरोपी की तलाश में तीन टीमों को लगाया गया है। पीड़िता को मेडिकल जांच और काउंसलिंग के लिए पटना भेजा गया है, जहां उसकी मनोवैज्ञानिक देखभाल की जा रही है।

डिप्टी सीएम की तीव्र प्रतिक्रिया से सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों में चर्चा तेज हो गई है। कुछ लोगों ने इसे राजनीतिक दिखावा” कहा, तो कईयों ने इसे जरूरी नेतृत्व की मिसाल बताया। स्थानीय लोगों में हालांकि राहत का भाव है। एक ग्रामीण महिला ने कहा, हमने आज तक किसी नेता को इतने गुस्से में नहीं देखा। अगर ऐसे नेता रहें, तो हमारी बेटियों को डर नहीं रहेगा।

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