फर्रुखनगर कस्बे में एक मामूली कहासुनी ने उस समय खौफनाक मोड़ ले लिया, जब समोसे खरीदने को लेकर हुए विवाद में एक युवक को गोली मार दी गई। पीड़ित युवक गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है, जबकि मुख्य आरोपी अब तक फरार है।
उत्तर प्रदेश: फर्रुखनगर कस्बे में समोसे को लेकर हुई एक मामूली कहासुनी ने हिंसक रूप धारण कर लिया, जिससे इलाके में तनाव का माहौल बन गया है। जानकारी के अनुसार, समोसा खरीदने के विवाद के दौरान दो पक्षों में बहस बढ़ गई, जो देखते ही देखते फायरिंग की घटना में तब्दील हो गई। इस गोलीबारी में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसे तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। वहीं, मुख्य आरोपी घटना के बाद से फरार है, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
जबरदस्ती लाइन में घुसने को लेकर बढ़ा विवाद
घटना बीते सोमवार को फर्रुखनगर की एक प्रसिद्ध चाय-समोसे की दुकान पर हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक अमित (24) समोसे खरीदने के लिए दुकान पर खड़ा था। तभी एक अन्य युवक, जो कथित रूप से क्षेत्र के प्रभावशाली परिवार से है, ने लाइन में घुसने की कोशिश की। बात-बात में बहस बढ़ गई और फिर गाली-गलौज से होते हुए मामला मारपीट और गोलीबारी तक जा पहुंचा।
कथित आरोपी ने जेब से पिस्तौल निकालकर अमित पर सीधा फायर कर दिया, जिससे वह घायल होकर मौके पर ही गिर पड़ा। स्थानीय लोगों ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया।
मुख्य आरोपी फरार, परिजनों में डर
घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। परिजनों का आरोप है कि मुख्य आरोपी को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, इसीलिए पुलिस अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। पीड़ित के भाई विशाल ने कहा, हम आम लोग हैं। हमें न्याय चाहिए, लेकिन आरोपी खुलेआम घूम रहा है। हमारे परिवार को जान का खतरा है। अगर प्रशासन चुप बैठा रहा तो हम खुद कार्रवाई करने को मजबूर होंगे।
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
हालांकि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दो अन्य लोगों को हिरासत में भी लिया गया है, लेकिन मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी न होने से स्थानीय लोगों में रोष है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। लेकिन परिजनों का कहना है कि "सिर्फ बयानबाजी से न्याय नहीं मिलेगा, पुलिस पर दबाव न बना तो आरोपी सबूत मिटा देगा।
मंगलवार को पीड़ित परिवार और सैकड़ों स्थानीय निवासियों ने SDM कार्यालय के बाहर धरना दिया और साफ कहा कि अगर 48 घंटे में आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ, तो मुख्य मार्ग पर चक्का जाम किया जाएगा। गांव के सरपंच ने प्रशासन को चेताया, गांव में कानून व्यवस्था चरमराई है। छोटी बात पर गोली चल रही है और प्रशासन सिर्फ कार्रवाई का आश्वासन दे रहा है। ये अब बर्दाश्त नहीं होगा।
सामाजिक तनाव और डर का माहौल
इस घटना के बाद से कस्बे में दहशत का माहौल है। बाजारों में सन्नाटा है और कई दुकानों ने अस्थायी रूप से अपने शटर गिरा दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं अगर नहीं रुकीं, तो फर्रुखनगर का माहौल बिगड़ सकता है। फर्रुखनगर के एसडीएम ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि "अपराधी कितना भी ताकतवर हो, कानून से नहीं बच पाएगा। पुलिस की टीमें काम कर रही हैं और जल्द ही न्याय होगा।