शिमला की भट्टाकुफर फल मंडी में मंगलवार शाम को भूस्खलन देखने को मिला। परिणामस्वरूप, मंडी बाज़ार की आधी छत बिलकुल तहस नहस हो गई। इन सब में अच्छा यह हुआ की, उस शाम बाज़ार में कोई नहीं था, जिससे किसी की जान को कोई खतरा नहीं हुआ लेकिन फल मंडी पर खड़ी एक कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
जब सेब का मौसम अपने पीक पर होता हैं, तो यहां कारोबार दिन-रात चलता हैं, लेकिन अब बाजार में सेब कम हैं इसीलिए यहां का बाजार दिन में 4-5 बजे तक ही खुला रहता था। भूस्खलन के बाद काम दोबारा शुरू होने की संभावना कम ही हैं, क्योंकि मंडी के पीछे एक बड़ा पहाड़ हैं, और उस पहाड़ की वर्तमान स्थिति ऐसी हैं की वह किसी भी क्षण टूट कर निचे गिर सकता हैं और वो पहाड़ का हिस्सा इतना बड़ा हैं की उसके गिरने से भारी नुक्सान होने की पूरी पूरी सम्भावना है |
तीन साल पहले भी हुआ था ऐसा भारी लैंड स्लाइड
तीन साल पहले भी इस मंडी में भारी लैंड स्लाइड हुआ था। एपीएमसी शिमला ने तीन साल में इस मंडी के पीछे से मलबे को नहीं हटाया है। हाल ही के दिनों में यहां से मलबा हटाने का काम किया गया हैं, जिससे की भूस्खलन का खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है | इस भूस्खलन के डर के मारे बहुत से लोग मंडी आने से भी डरने लग गए है |