सावधान: विदेशों में आईटी ( IT ) में नौकरी के नाम पर फांसे जा रहे भारतीय,18 घंटे काम और शोषण

सावधान: विदेशों में आईटी ( IT ) में नौकरी के नाम पर फांसे जा रहे भारतीय,18 घंटे काम और शोषण
Last Updated: 07 नवंबर 2023

सावधान: विदेशों में आईटी ( IT ) में नौकरी के नाम पर फांसे जा रहे भारतीय,18 घंटे काम और शोषण 

भारत में बेरोजगारी काफी है, आबादी बहोत है, भारत युवाओं का देश है, दुनियां की सबसे बड़ी युवा आबादी वाले देश होने के कारण युवाओं को नौकरी के लिए देश में भी अलग अलग शहरों में जाना पड़ता है और कुछ लोग अच्छे मौके की तलाश में विदेश में रोजगार की तलाश करते रहते हैं। अक्सर ऐसी खबरें आती रहती है की विदेश जाने के इच्छुक लोग एजेंटो द्वारा ठगी का शिकार हो जाते हैं। ठगी के शिकार लोगों में काफी पढ़ेलिखे लोग भी शामिल होते हैं। 

फैला है एजेंटों का नेटवर्क 

आज देश के लगभग हर बड़े छोटे शहर में ऐसे एजेंटो की मौजूदगी है जो विदेश में अच्छी नौकरी और अच्छी सैलेरी का वादा कर मोटी रकम की मांग करते हैं, कई बार रकम ले कर काम न करवाने मतलब वीजा या नौकरी ना दिलवाने का मामले भी न्यूज़ में आते रहतें हैं। इस तरह के लोगों का बड़ा नेटवर्क है और इनके संपर्क कई देशों में होते हैं, कई बार गलत काम के लिए लोगों को झूठ बोलकर या लालच देकर भी विदेश भेजा जाता है, ऐसा ही एक वाकया हाल में हुआ जिसका जिक्र हम यहां कर रहे हैं। 

एक भारतीय युवा इंजीनियर को विदेश में नौकरी के लिए इंटरविउ के लिए बुलाया गया, पहचान गुप्त रखने के लिए हम उनका नाम नहीं लिख रहे हैं।  युवा इंजीनियर उस समय आश्चर्यचकित रह गए जब उनसे एक ग्राफ़िक डिज़ाइनर के नौकरी के लिए साक्षात्कार ( Interview ) के दौरान लेखन परीक्षण ( Typing Test ) देने के लिए कहा गया। लेकिन नौकरी थाईलैंड में थी, अच्छी सैलेरी थी, और उन्हें जरुरत थी तो उन्होंने इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचा.

नौकरी उन्हें मिल गई और जुलाई में वह काम करने के लिए बैंकॉक चले गए। वहां से, उनके साथ और कुछ लोग शामिल हुए। सभी लोगों को  सड़क मार्ग से म्यांमार ले जाया गया। म्यांमार पहुंचने के बाद वहां उन्होंने सभी के पासपोर्ट अन्य दस्तावेज़ ले लिए। जब काम शुरू हुआ तो समझ में आया की ये तो एक ऑनलाइन क्रिप्टोकरेंसी घोटाले वाला काम है, उन्हें तबतक आभाष हो चूका था की उनके साथ धोखा हुआ है। 

युवा इंजीनियर से प्रतिदिन 18 घंटे और कभी कभी ज्यादा भी काम करवाया गया, उनका काम था, शोध करना, सोशल मीडिया पर लोगों से चैट करना, उनका विश्वास हासिल करना और उन्हें निवेश के लिए तैयार करना, ज्यादा प्रॉफिट और काम निवेश का लालच देना, किसी भी तरह हो लोगों को अपने जाल में फंसाना। 

अलग अलग देशों में युवाओं को बनाते हैं निशाना 

इन साइबर अपराधियों का गिरोह कंबोडिया, मलेशिया, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल  सहित कई एशियाई देशों में तकनीक-प्रेमी युवाओं को जो विदेश नौकरी के लिए जाना चाहते हैं उन्हें निशाना बनाता है। युवाओं को साइबर अपराध में धकेलता है और काम करने से इंकार करनेवालों के साथ मारपीट भी करता है। 

साइबर अपराधियों के इस तरह के गिरोहों के बारे में इन देशों के अधिकारियों और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर इस तरह के गिरोह चीनी अपराधियों द्वारा चलाए जाते हैं। अधिकारियों का यह भी मानना है की इसी तरह के गिरोह पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में जुए के कारोबार को भी नियंत्रित करते हैं।  

बढ़ रहा हैं साइबर क्राइम 

दुनियांभर में साइबर अपराधियों का जाल फैला हुआ है और आज के डिजिटल युग में बहोत सावधानी बरतने की जरुरत है और विदेश हो या देश, बिना सोचे समझे अच्छी नौकरी और अच्छी सैलरी का लोभ उल्टा भी पड़ सकता है। सावधान रहने की जरुरत है, हम उम्मीद करते हैं पाठकों को इससे जरूर मदत मिलेगी।  

 

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