डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस के साथ राजनीतिक बहस करने के लिए हिंदू-अमेरिकी नेता तुलसी गबार्ड से सहयोग मांगा है। वर्ष 2020 में तुलसी गबार्ड डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल थीं। दौड़ से बाहर होने के बाद वे ट्रंप की समर्थक बन गईं। तुलसी और ट्रंप के बीच एक मजबूत दोस्ती है। वे भारत और अमेरिका के बीच बेहतर संबंधों को बढ़ावा देने की वकालत (advocates) करती रही हैं।
वॉशिंगटन: राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस से चुनावी बहस करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने पूरी तैयारी कर ली है। रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावी बहस में कमला हैरिस को हराने के लिए पूर्व डेमोक्रेटिक कांग्रेस और हिंदू-अमेरिकी नेता तुलसी गबार्ड से सहायता मांगी है। डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस का सामना 10 सितंबर को एबीसी न्यूज डिबेट में होगा। उल्लेखनीय है कि साल 2019 में तुलसी गबार्ड ने डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की प्राथमिक बहस में कमला हैरिस को मात दी थी।
वैसे मैं कमला हैरिस से डरता नहीं हूं - ट्रंप
बताया गया है कि साल 2020 में तुलसी गबार्ड डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल थीं। जब वह दौड़ से बाहर हो गईं, तो उन्होंने ट्रंप का समर्थन करना शुरू कर दिया। तुलसी और ट्रंप के बीच एक अच्छी दोस्ती है। हालांकि ट्रंप ने कहां है कि उन्हें कमला हैरिस से बहस करने के लिए किसी तैयारी की आवश्यकता नहीं है। बता दें कि इससे पहले जून महीने में जो बाइडन के साथ होने वाली राजनीतिक बहस के लिए भी ट्रंप ने कुछ राजनीतिक सलाहकारों से चर्चा की थी।
कौन हैं तुलसी गबार्ड?
तुलसी गबार्ड एक प्रमुख अमेरिकी राजनीतिज्ञ, सैन्य वेटरन और पूर्व कांग्रेसी सदस्य हैं। उनके जीवन और करियर के बारे में विस्तृत जानकारी इस प्रकार है.
* प्रारंभिक जीवन और परिवार:- तुलसी गबार्ड का जन्म 12 अप्रैल 1981 को लेलोला, अमेरिकन सामोआ में हुआ था। तुलसी के पिता माइक गबार्ड और माता कैरोल पोर्टर दोनों सामाजिक और राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे हैं। उनका परिवार हिंदू धर्म का पालन करता है और तुलसी भी हिंदू हैं। उन्होंने वैष्णव धर्म (भगवद्गीता और कृष्णा के अनुयायी) के सिद्धांतों को अपनाया है, जो उनके जीवन और विचारधारा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
* शिक्षा (Education):- तुलसी ने अपने हाई स्कूल की पढ़ाई हवाई से की और बाद में हवाई पैसिफिक यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
* राजनीतिक करियर:- तुलसी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2002 में हवाई राज्य की प्रतिनिधि सभा के लिए चुने जाने से की। उस समय, वह केवल 21 वर्ष की थीं, जिससे वह सबसे कम उम्र की राज्य विधायिका सदस्य बन गईं। साल 2013 से 2021 तक तुलसी ने हवाई के 2nd कांग्रेसी जिले का प्रतिनिधित्व अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में किया।
तुलसी गबार्ड ने 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से उम्मीदवार के रूप में भी हिस्सा लिया। हालांकि वह प्रमुख रूप से प्राथमिक दौर से आगे नहीं बढ़ पाईं। अक्टूबर 2022 में उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की विचारधारा से असहमति के चलते पार्टी छोड़ दी। वह अब एक स्वतंत्र राजनीतिज्ञ के रूप में सक्रिय हैं।
सैन्य सेवा लिए तुलसी को मिले कई अवॉर्ड
तुलसी गबार्ड ने अमेरिकी सेना की नेशनल गार्ड में सेवा की और इराक युद्ध के दौरान इराक में तैनात रहीं। उन्हें मेजर के पद तक प्रोन्नति मिली है। उनकी सैन्य सेवा के लिए उन्हें कई सम्मानों से नवाजा गया है। तुलसी गबार्ड की विदेश नीति पर मजबूत पकड़ है। उन्होंने अमेरिका की विभिन्न देशों में सैन्य हस्तक्षेप की आलोचना की है और अधिक शांतिपूर्ण और कूटनीतिक समाधान की वकालत की है। वह यूनिवर्सल हेल्थकेयर की समर्थक रही हैं।
तुलसी ने क्लाइमेट चेंज के खिलाफ उठाया कदम
तुलसी गबार्ड ने क्लाइमेट चेंज के खिलाफ कई कदम उठाने की वकालत की है और ग्रीन न्यू डील का समर्थन किया है। तुलसी गबार्ड ने अब्राहम विलियम्स से शादी की है, जो एक फिल्म निर्माता हैं। तुलसी योग और मेडिटेशन की भी प्रैक्टिस करती हैं, जो उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। तुलसी गबार्ड कई बार विवादों में भी रही हैं, विशेष रूप से सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के साथ उनकी मुलाकात और कुछ अन्य विदेशी नीति के मुद्दों पर उनके रुख को लेकर। तुलसी गबार्ड की राजनीतिक यात्रा और विचारधारा ने उन्हें एक विशिष्ट और प्रभावशाली नेता बनाया है. जिसकी बदौलत उन्होंने अमेरिकी राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाई हैं।