Emergency: हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर (Anupam Kher) ने अपने अभिनय से हर बार दर्शकों को अपना दीवाना बनाया है। एक लंबे और सफल करियर में उन्होंने न केवल जबरदस्त किरदार निभाए, बल्कि अपने अभिनय में निरंतरता और गुणवत्ता को भी बनाए रखा। इन दिनों वह अपनी आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ (Emergency) को लेकर चर्चा में हैं, जो 17 जनवरी को रिलीज हो रही है। इस फिल्म में वह कंगना रनौत के साथ अहम भूमिका निभाते नजर आएंगे। फिल्म की रिलीज से पहले, अनुपम खेर ने दैनिक जागरण से अपनी फिल्मों के चयन और करियर के अनुभवों पर खुलकर बातचीत की।
फिल्मों के चयन में क्या है उनका पैटर्न?
अनुपम खेर ने अपने लंबे करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है। जब उनसे पूछा गया कि वह किस तरह से अपनी फिल्मों का चयन करते हैं, तो उन्होंने कहा, "मैं हमेशा उस काम को चुनता हूं, जो मेरे उसूलों के खिलाफ न हो। कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता। कभी नहीं पता होता कि कौन सा काम कब बड़ा बन जाएगा। आपको बस ईमानदारी से काम करना चाहिए।" उन्होंने यह भी कहा कि "काम करने का तरीका यही है कि आप अपने काम से खुद को बेहतर करते जाएं, कोई फर्क नहीं पड़ता कि वो कितना बड़ा है।"
बॉक्स ऑफिस के जाल से बाहर रहकर काम करना है पसंद
अनुपम खेर का मानना है कि वह कभी भी बॉक्स ऑफिस की दौड़ का हिस्सा नहीं रहे हैं। वह कहते हैं, "मेरे लिए बॉक्स ऑफिस पर ध्यान केंद्रित करना समय की बर्बादी है। अगर आप किसी चीज पर कंट्रोल नहीं कर सकते, तो उस पर क्यों ध्यान दें? आपके पास केवल दो चीज़ों का ध्यान रखना है – काम करना और खुद पर ध्यान रखना। अगर ये दोनों कर रहे हैं, तो दुनिया की कोई ताकत आपको रोक नहीं सकती।"
खुद को अपग्रेड रखने का तरीका
अनुपम खेर के मुताबिक, खुद को अपग्रेड रखना एक निरंतर प्रक्रिया है। वह मानते हैं, "हर साल मैं खुद को और बेहतर बनाने की कोशिश करता हूं। पिछले साल मुझे 'सिग्नेचर' और 'विजय 69' जैसी फिल्मों के लिए सराहना मिली। लेकिन नये साल में मैं और नई फिल्मों के साथ तैयार हूं।" वह खुद को लगातार अपग्रेड करने की महत्वता पर बल देते हुए कहते हैं, "काम करते रहें, यह सबसे अच्छा तरीका है खुद को अपग्रेड करने का।"
नया साल, नई चुनौतियां अनुपम खेर की 'इमरजेंसी'
कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ अनुपम खेर के लिए एक नई शुरुआत लेकर आ रही है। फिल्म में वह एक महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म का निर्देशन और निर्माण कंगना ने ही किया है। अनुपम खेर के अनुसार, "यह फिल्म मेरे लिए खास है क्योंकि यह एक ऐतिहासिक विषय पर आधारित है और इसमें कंगना का काम भी बेहतरीन है। मुझे खुशी है कि मुझे इस फिल्म का हिस्सा बनने का मौका मिला।"
व्यक्तिगत जीवन और फिजूल की बातों से दूर
अनुपम खेर ने अपनी निजी जिंदगी के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, "आप किस किस्म के इंसान हैं, यह जीवन के कुछ समय बाद ही पता चलता है। मैंने अपनी जिंदगी वैसे ही जी है, जिससे मैं खुश हूं, लेकिन यह भी लगता है कि बहुत कुछ करना बाकी है। मुझे फिजूल की बातों में समय गंवाने का कोई मन नहीं है।"
'इमरजेंसी' का महत्व और संदेश
फिल्म ‘इमरजेंसी’ में अनुपम खेर के किरदार की अहमियत पर बात करते हुए वह कहते हैं, "यह फिल्म केवल एक ऐतिहासिक कहानी नहीं है, बल्कि एक ऐसा वक्त है जब भारत के इतिहास ने एक महत्वपूर्ण मोड़ लिया था। कंगना की मेहनत और समर्पण ने इस फिल्म को खास बना दिया है।"
अनुपम खेर का यह दृष्टिकोण उनके जीवन और करियर का प्रतिबिंब है। उन्होंने अपने अभिनय को कभी भी सिर्फ व्यावसायिक सफलता के लिए नहीं किया, बल्कि उसे अपने सिद्धांतों और ईमानदारी से जोड़ा। ‘इमरजेंसी’ से वह एक बार फिर साबित करेंगे कि सही काम और सही सोच के साथ दुनिया की कोई ताकत आपकी सफलता को रोक नहीं सकती।
उनके इस दृष्टिकोण और समर्पण को देखकर यह साफ है कि अनुपम खेर का करियर हर अभिनेता के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है। अब, उनके फैंस 17 जनवरी को सिनेमाघरों में इस शानदार अभिनेता को एक नई भूमिका में देखने के लिए तैयार हैं।