बॉक्स ऑफिस पर साउथ फिल्मों का डंका अक्सर सुनाई देता है। सितंबर में रिलीज हुई गोट फिल्म का जादू अब तक लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। इसी महीने रिलीज हुई देवरा फिल्म ने आते ही बॉक्स ऑफिस पर हिट की लड़ी लगा दी है। यह मूवी न सिर्फ घरेलू बॉक्स ऑफिस पर, बल्कि वर्ल्डवाइड कलेक्शन में भी धाक जमाए हुए है।
नई दिल्ली: Devara Worldwide Collection Day 4: दक्षिण और बॉलीवुड के अभिनेताओं के साथ बनी फिल्म 'देवरा पार्ट 1' को दर्शकों से शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। फिल्म में जबरदस्त एक्शन सीन हैं, जिन्हें देखकर थिएटर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। यह फिल्म घरेलू बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कारोबार कर रही है, साथ ही वैश्विक स्तर पर भी शानदार कमाई से आगे बढ़ती नजर आ रही है।
कोरटाला शिवा के निर्देशन में बनी 'देवरा' तस्करी करने वाले लोगों की कहानी पर आधारित है, जिसमें देवरा यानी जूनियर एनटीआर शामिल हैं। इस फिल्म में जाह्नवी कपूर ने उनकी लेडी लव का किरदार निभाया है, जबकि सैफ अली खान ने नकारात्मक भूमिका में नजर आए हैं। 'देवरा' मूवी ने पहले ही दिन वैश्विक स्तर पर 200 करोड़ रुपये से अधिक का कलेक्शन किया था। अब, फिल्म के चौथे दिन के कलेक्शन की रिपोर्ट भी सामने आ गई है।
300 करोड़ क्लब में शामिल होने वाली दूसरी फिल्म
'देवरा' घरेलू बॉक्स ऑफिस पर तीन दिनों में लगभग 200 करोड़ के करीब पहुंच गई है। वहीं, दुनिया भर में इस फिल्म ने 300 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। तीन दिनों में देवरा ने 304 करोड़ का वैश्विक कारोबार किया है। फिल्म समीक्षक मनोबाला विजयबालन के अनुसार, इतनी तेजी से 300 करोड़ क्लब में शामिल होने वाली देवरा दूसरी फिल्म बन गई है। रिलीज के चौथे दिन फिल्म कुछ कम आंकड़ों के साथ आगे बढ़ती दिखाई दे रही है।
सोमवार को फिल्म की झोली में आए इतने करोड़ रुपये
देवरा फिल्म के नवीनतम कलेक्शन के अनुसार, सोमवार को इसने 325 करोड़ रुपये की कमाई की है। इसका मतलब है कि 400 करोड़ के क्लब में शामिल होने के लिए इसे थोड़ी और मेहनत करनी होगी।
देवरा' में भरपूर सस्पेंस
देवरा फिल्म की कहानी 1996 की पृष्ठभूमि में शुरू होती है। यह फिल्म लाल सागर के किनारे स्थित एक तटीय गांव रत्नागिरी पर आधारित है, जहां देवरा, भैरा (सैफ अली खान), और रायप्पा (श्रीकांत) गांव के प्रभावशाली लोगों के रूप में नजर आते हैं।
ये तीनों मिलकर मुरुगा (मुरली शर्मा) की मदद करते हैं, जो जहाजों से माल की तस्करी करता है। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, देवरा लुटेरों के एक गिरोह का नेता बन जाता है, जो कारगो शिप से लूटपाट करता है।
कुछ समय बाद, देवरा को यह एहसास होता है कि उसकी गतिविधियाँ गलत हैं और वह तस्करी से दूरी बनाने का निर्णय लेता है। लेकिन भैरा इस विचार से सहमत नहीं होता और देवरा को खत्म करने की योजना बनाता है। यहीं से कहानी एक नया मोड़ लेती है।