भारतीय पासपोर्ट की गिरती रैंकिंग, वीजा-फ्री यात्रा को लेकर नई जानकारी

भारतीय पासपोर्ट की गिरती रैंकिंग, वीजा-फ्री यात्रा को लेकर नई जानकारी
Last Updated: 18 घंटा पहले

भारत की पासपोर्ट रैंकिंग 5 स्थान गिरकर 85वीं हो गई। अब भारतीय नागरिक 57 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं, वीजा-ऑन-आऱाइवल को वीजा-मुक्त माना जाता है।

Passport: भारत की पासपोर्ट रैंकिंग में हाल ही में पांच स्थान की गिरावट आई है। हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 के अनुसार, भारतीय पासपोर्ट अब 85वें स्थान पर है, जबकि इससे पहले यह 80वें स्थान पर था। इसके मुताबिक, भारतीय पासपोर्ट होल्डर्स अब बिना वीजा के सिर्फ 57 देशों की यात्रा कर सकते हैं। भारत इस रैंक को इक्वेटोरियल गिनी और नाइजर के साथ साझा कर रहा है।

हेनली पासपोर्ट इंडेक्स: यात्रा की स्वतंत्रता का मापदंड

हेनली पासपोर्ट इंडेक्स दुनिया के 199 देशों के पासपोर्ट की रैंकिंग करता है, जो इस बात पर आधारित होती है कि एक नागरिक बिना वीजा के कितने देशों की यात्रा कर सकता है। यह इंडेक्स अंतरराष्ट्रीय एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के आधिकारिक आंकड़ों पर आधारित है और 19 साल से अधिक पुराना है। हेनली पासपोर्ट इंडेक्स की रैंकिंग में, वीजा-मुक्त देशों की यात्रा को प्राथमिकता दी जाती है, जबकि वीजा की आवश्यकता वाले देशों को 0 अंक दिए जाते हैं।

वीजा-फ्री ट्रैवल: क्या होता है और क्यों है महत्वपूर्ण?

वीजा-फ्री ट्रैवल का मतलब है कि नागरिक बिना पूर्व वीजा प्राप्त किए अन्य देशों में यात्रा कर सकते हैं। यह सुविधा द्विपक्षीय समझौतों या एकतरफा वीजा नीतियों के माध्यम से प्रदान की जाती है, जिसका उद्देश्य पर्यटन, व्यापार और कूटनीतिक संबंधों को बढ़ावा देना है। हालांकि, इस सुविधा के लिए कुछ शर्तें होती हैं, जैसे यात्रा की अवधि की सीमा (जैसे 90 दिन) और आवश्यक दस्तावेज़ जैसे वैध पासपोर्ट।

वीजा-ऑन-आऱाइवल (VOA) और इलेक्ट्रॉनिक ट्रैवल अथॉरिटी

हेनली पासपोर्ट इंडेक्स में वीजा-ऑन-आऱाइवल (VOA) और इलेक्ट्रॉनिक ट्रैवल अथॉरिटी (ETA) को भी वीजा-मुक्त यात्रा के समान दर्जा दिया गया है। VOA एक ऐसी सुविधा है, जिसमें यात्री गंतव्य देश में पहुंचकर वीजा प्राप्त कर सकते हैं, बिना पूर्व-स्वीकृति या दूतावास की लंबी प्रक्रियाओं के। वहीं, ETA एक डिजिटल प्रणाली है जो यात्रियों को ऑनलाइन पूर्व-स्वीकृति प्राप्त करने की अनुमति देती है, जिससे उन्हें दूतावास जाने की आवश्यकता नहीं होती।

भारत के पासपोर्ट के लिए नए मौके

हाल ही में, रूस ने भारतीय नागरिकों के लिए वीजा-मुक्त यात्रा की योजना की घोषणा की है, जो मार्च 2025 तक लागू होने की उम्मीद है। इस कदम से भारत और रूस के बीच पर्यटन और व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे। इसके साथ ही, श्रीलंका ने 1 अक्टूबर 2024 से भारतीय नागरिकों के लिए 180 दिनों की वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा शुरू की है।

ई-वीजा: वीजा-मुक्त नहीं, लेकिन यात्रा को सरल बनाता है

ई-वीजा एक डिजिटल वीजा प्रणाली है, जो पारंपरिक वीजा का ऑनलाइन संस्करण है। इसके माध्यम से यात्री दूतावास जाने की बजाय ऑनलाइन आवेदन और भुगतान कर सकते हैं। हालांकि, इसे वीजा-मुक्त यात्रा के समान नहीं माना जाता क्योंकि यह एक पूर्व-स्वीकृत वीजा प्रक्रिया है। हेनली पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, देशों के लिए जहां ई-वीजा की आवश्यकता होती है, उन्हें वीजा-मुक्त नहीं माना जाता।

समाप्ति: भारत की पासपोर्ट रैंकिंग पर असर और वैश्विक यात्रा की दिशा

भारत की गिरती पासपोर्ट रैंकिंग के बावजूद, हाल के सुधार और नई वीजा-मुक्त यात्रा योजनाओं के चलते भारतीय नागरिकों को वैश्विक यात्रा में अधिक स्वतंत्रता प्राप्त हो सकती है। हालांकि, यह यात्रा सुविधा देशों के बीच द्विपक्षीय समझौतों पर निर्भर करती है और इसके लिए यात्रियों को संबंधित देशों की वीजा नीतियों का पालन करना होता है।

Leave a comment