यूपी के अमेठी जिले में एक कंपोजिट विद्यालय में शिक्षकेरूप में तैनात एक व्यक्ति, उनकी पत्नी और दो बेटियों को गुरुवार शाम सात बजे अज्ञात हमलावरों ने उनके घर में घुसकर गोली मार दी। इस वीभत्स घटना में चारों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई।
Amethi: अहोरवा भवानी चौराहे के निकट भीड़भाड़ के बीच बदमाशों ने एक शिक्षक, उनकी पत्नी और दो बच्चों को गोली मारकर फरार हो गए। पुलिस जो कि 100 मीटर दूर खड़ी थी, कुछ नहीं कर पाई। इस घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त है। पुलिस अब इस वारदात की जांच में जुटी हुई है। चौराहे पर स्थापित सीसीटीवी कैमरे का डीबीआर पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
जानें पूरा मामला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लगभग सात बजे दुर्गा पूजा की आरती आरंभ हुई थी। इसी दौरान गोली चलने की आवाज सुनाई दी। लोगों ने यह समझा कि दुर्गा पूजा के समारोह के चलते पटाखे या गोले दागे जा रहे हैं। इसी बीच, शिक्षक के निवास के पास स्थित मेडिकल की दुकान चलाने वाले मनोहर यादव और विपरीत दिशा में स्थित कॉस्मेटिक की दुकान के मालिक रामपाल जायसवाल तेजी से दौड़ते हुए आए और चिल्लाकर बताया कि मास्टर के घर में गोली चलाई गई है।
वारदात को अंजाम देकर हमलावर हुए फरार
चौराहे से लोग सत्यव्रत अवस्थी उर्फ मुन्ना के घर की ओर दौड़ पड़े। जब उन्होंने घर के भीतर दो मासूम बच्चों के साथ-साथ शिक्षक सुनील कुमार और उनकी पत्नी पूनम भारती के रक्तरंजित शव देखे, तो सभी दहल उठे। लोग इधर-उधर भागने लगे, लेकिन घटना को अंजाम देने वालों का कोई सुराग नहीं मिला। जो लोग घटना के बाद सबसे पहले घर में पहुंचे, उनके अनुसार बिटिया श्रृष्टि की मौत के बावजूद उसके हाथ में दस और बीस के नोट मौजूद थे।
इस घटना के बारे में लोगों का अनुमान है कि हमलावर मुख्य दरवाजे से अंदर आया और फिर घटना को अंजाम देकर घर से बाहर निकलकर खुली सीढ़ियों से छत पर चला गया। पड़ोस में पवन कुमार के पुराने मकान की छत थोड़ी नीची है, जिसका पुनर्निर्माण चल रहा है। उसी दीवार से वो नीचे उतर गए।
100 मीटर की दूरी पर थे तीन पुलिसकर्मी
शिवरतगंज थाने से घटनास्थल की दूरी भले ही पांच किमी हो, लेकिन अहोरवा भवानी चौराहे पर घटना के समय 100 मीटर की दूरी पर तीन पुलिसकर्मी मौजूद थे। इसके बावजूद, हत्या करने वाले अपराधी घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। इस घटना के बाद अहोरवा भवानी कस्बे के लोग डरे और सहमे हुए हैं। देर रात तक पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारियों के साथ लोगों की भारी भीड़ जमा रही।