साइबर धोखाधड़ी का नया तरीका: "PM किसान योजना" के नाम पर ठग रहे हैं लोगों को , जानें कैसे बचें!

साइबर धोखाधड़ी का नया तरीका:
Last Updated: 26 नवंबर 2024

देश में साइबर धोखाधड़ी के मामलों में दिन-प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। अब ठग अपने नए-नए तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला तमिलनाडु से सामने आया है, जहां हैकर्स "PM किसान योजना" के नाम पर एक फर्जी ऐप के जरिए लोगों को ठग रहे हैं। यह धोखाधड़ी लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचा रही है और इसके चलते सैकड़ों लोग अपना पैसा गवा चुके हैं।

कैसे करते हैं धोखाधड़ी?

हैकर्स के द्वारा बनाए गए इस फर्जी ऐप का मकसद लोगों की व्यक्तिगत जानकारी चुराना है। जब भी कोई व्यक्ति इस ऐप को अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड करता है, तो उसका फोन पूरी तरह से हैक हो जाता है। ऐप के माध्यम से हैकर्स आपके फोन के OTP (One Time Password), बैंकिंग मैसेज, आधार नंबर, पैन कार्ड नंबर, और जन्मतिथि जैसी संवेदनशील जानकारी तक पहुंच जाते हैं।

इस जानकारी के आधार पर हैकर्स आपके फोन को UPI पेमेंट के लिए रजिस्टर कर लेते हैं और फिर धीरे-धीरे आपके बैंक खाते से पैसे निकालने में सफल हो जाते हैं। यही नहीं, वे आपके बैंकिंग डिटेल्स को चोरी करने के बाद आपके अकाउंट में दर्ज की गई राशि को निकाल लेते हैं।

सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग

इस तरह की धोखाधड़ी का तरीका यह है कि हैकर्स लोगों का भरोसा सरकारी योजनाओं के नाम पर जीतते हैं। "PM किसान योजना" जैसी सरकारी योजनाओं का नाम लेकर वे फर्जी वेबसाइट या ऐप बनाते हैं और फिर लोगों से उनकी व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं। एक बार जब हैकर्स इन जानकारियों को प्राप्त कर लेते हैं, तो वे तुरंत UPI अकाउंट को हैक करके पैसे निकालने का काम शुरू कर देते हैं।

यह धोखाधड़ी न केवल वित्तीय नुकसान का कारण बन रही है, बल्कि लोगों का विश्वास भी सरकार की योजनाओं से उठ रहा है। यह साइबर अपराधियों के लिए एक सुनहरा अवसर बन जाता है, क्योंकि लोग सरकारी योजनाओं के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त रहते हैं और आसानी से इन धोखाधड़ी से जूझने में असमर्थ हो जाते हैं।

बचाव के उपाय कैसे करें अपनी सुरक्षा

साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए आपको कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए। नीचे दिए गए टिप्स को फॉलो करके आप अपने बैंक खातों और व्यक्तिगत जानकारियों की सुरक्षा कर सकते हैं:

अनजान ऐप्स से दूर रहें

किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करके ऐप डाउनलोड करना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। विशेष रूप से व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया के जरिए भेजे गए संदिग्ध लिंक से ऐप डाउनलोड करने से बचें।

सिर्फ आधिकारिक स्रोत का उपयोग करें

यदि आपको सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है या ऐप डाउनलोड करना है, तो केवल आधिकारिक वेबसाइट या प्ले स्टोर का ही उपयोग करें। कभी भी किसी अनजान वेबसाइट पर जाकर अपना पर्सनल डेटा न डालें।

साइबर धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें

यदि आपको लगता है कि आपके साथ साइबर धोखाधड़ी हुई है, तो तुरंत इसकी रिपोर्ट पुलिस या साइबर सेल में दर्ज कराएं। रिपोर्ट दर्ज कराने से अपराधियों की पहचान की जा सकती है और आपकी मदद से अन्य लोगों को भी बचाया जा सकता हैं।

बैंकिंग डिटेल्स को सुरक्षित रखें

अपनी बैंकिंग डिटेल्स, पासवर्ड और OTP को हमेशा सुरक्षित रखें। कभी भी अपने डिटेल्स को किसी भी अनजान शख्स के साथ साझा न करें। साथ ही, अपने फोन में एंटीवायरस और सिक्योरिटी ऐप्स का इस्तेमाल करें ताकि आपकी जानकारी सुरक्षित रहे।

देश में साइबर धोखाधड़ी के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, और हैकर्स अब नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने में सफल हो रहे हैं। खासकर सरकारी योजनाओं के नाम पर यह धोखाधड़ी और भी बढ़ रही है। इसलिए, सावधानी बरतते हुए इन फर्जी ऐप्स और वेबसाइट्स से बचें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। हमेशा आधिकारिक स्रोतों का उपयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।

अगर आप इन सुरक्षा उपायों का पालन करते हैं, तो साइबर धोखाधड़ी से बच सकते हैं और अपने पैसे और जानकारी की रक्षा कर सकते हैं।

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