उत्तराखंड के केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन की वजह से पत्थर और मलबा गिरने से 5 यात्री इसकी चपेट में आ गए हैं। जिनमें से तीन यात्रियों की हो गई और दो अन्य यात्री घायल हो गए हैं।
Kedarnath Landslide: उत्तराखंड के केदारनाथ पैदल मार्ग पर बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया है। यह समाचार बहुत चिंताजनक कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर पत्थर और मलबा गिरने से तीन यात्री जान गंवा चुके हैं और दो अन्य यात्री घायल हो गए हैं। इस प्रकार की आपदाओं से बचाव के लिए हमेशा सतर्क रहना जरूरी है। आपदा प्रबंधन अधिकारी और उनकी टीम की कार्रवाई और तत्परता से समस्या का समाधान करने के लिए प्रयासरत है, ताकि इस तरह की घटनाएं फिर से न हों।
केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन
मिली जानकारी के अनुसार यात्रा के दौरान इस प्रकार की आपदाएं बहुत खतरनाक हो सकती हैं। ऐसे में आज यानि रविवार सुबह करीब 7:30 बजे केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्थित चीरबासा के पास पहाड़ी से मिट्टी व भारी पत्थर आने से कुछ यात्री इसकी चपेट में आ गए हैं। इस सूचना के मिलने के बाद है आपदा प्रबंधन अधिकारी और उनकी टीम तुरंत कार्रवाई में आई और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पहुंच गई। ऐसे समय में सुरक्षा की प्राथमिकता होनी चाहिए ताकि यात्री सुरक्षित रह सकें।
हादसे में तीन लोगों की मौत
बता दें कि इस आपदा स्थितियों में रेस्क्यू टीमों का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। रेस्क्यू के दौरान मलवे से निकाले गए तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है और दो घायल हुए यात्रियों को इलाज के लिए कराने के लिए उन्हें केदारनाथ यात्रा मार्ग में बने अस्थाई अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आपदा प्रबंधन अधिकारियों और सभी संबंधित संगठनों की टीम बचाव कार्य में लगी हुई है।
टीम द्वारा बचाव अभियान शुरू
बताया जा रहा है कि इस हादसे की सूचना मिलते ही यात्रा मार्ग में तैनात सुरक्षा कर्मी जिसमें NDRF, DDR,वाईएम.एफ प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। उसके बाद यात्रियों को बचने के लिए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। रेस्क्यू टीम ने मलवे में फंसे अन्य यात्रियों की जांच के लिए प्रशासन का सर्च अभियान जारी है।
वहीं, हादसे में हुई तीनों व्यक्तियों की मौत के बाद उनकी पहचान की जा रही है कि वह किस प्रदेश और किस स्थान से केदार धाम की यात्रा के लिए आए थे।फ़िलहाल, आपदा के कारण यात्रा का रूट में थोड़ा परिवर्तन किया गया है। अभी पूरी प्रशासनिक टीम राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है।