राजस्थान के सीकर जिले में लक्ष्मणगढ़ के पास एक भयानक हादसा हुआ, जिसमें एक बस पुलिया से टकरा गई। इस दुर्घटना में 12 लोगों की मौत हो गई है। घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है, और स्थानीय प्रशासन पीड़ितों के परिजनों को सहायता प्रदान कर रहा हैं।
सीकर: राजस्थान के सीकर में एक गंभीर दुर्घटना हुई है, जिसमें सालासर से आ रही एक प्राइवेट बस पुलिया से टकरा गई। यह हादसा लक्ष्मणगढ़ के पास हुआ, जिससे 12 लोगों की मौत हो गई है। इस दुर्घटना में तीन दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को तुरंत लक्ष्मणगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही लक्ष्मणगढ़ पुलिस मौके पर पहुंच गई है। जिला पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने पुष्टि की है कि यह घटना दोपहर करीब 2:00 बजे हुई। पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है और राहत कार्य जारी है। यह हादसा स्थानीय समुदाय में गहरा सदमा और चिंता पैदा कर रहा है, और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की जा रही हैं।
नहीं पता चला हादसे का कारण
पुलिस के अनुसार, सीकर में हुए बस हादसे की अभी तक कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है, लेकिन मामले की जांच जारी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस अचानक लहराने लगी और इसके बाद उसने पुलिया की दीवार को टक्कर मार दी, जिससे बस का आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के बाद बस में बैठी सवारियों के बीच चीख-पुकार मच गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद बचाव कार्य शुरू किया गया। घायल यात्रियों को लक्ष्मणगढ़ और सीकर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत का उपचार किया जा रहा हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर जताया शोक
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सीकर के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र में हुए बस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "सीकर के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र में बस दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। मेरी गहरी संवेदनाएं मृतकों के शोक संतप्त परिवारजनों के साथ हैं।"
मुख्यमंत्री ने हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभी घायलों को त्वरित और बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए, ताकि उनकी हालत में सुधार हो सके। राज्य सरकार इस दुखद स्थिति में पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ खड़ी हैं।