Ayodhya News: राम मंदिर संघर्ष की गाथा! दूरदर्शन पर दिखेगी 5 एपिसोड की डॉक्युमेंट्री, जानें इससे जुड़ी जानकारी

Ayodhya News: राम मंदिर संघर्ष की गाथा! दूरदर्शन पर दिखेगी 5 एपिसोड की डॉक्युमेंट्री, जानें इससे जुड़ी जानकारी
Last Updated: 7 घंटा पहले

अयोध्या के राम मंदिर में हर दिन एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु पूजा अर्चना करने आते हैं। 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मंदिर का निर्माण शुरू हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने 2020 में आधारशिला रखी और 2024 में प्राण प्रतिष्ठा हुई।

Ayodhya News: अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के बाद श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अब 500 वर्षों तक चले संघर्ष और आंदोलनों के बारे में भक्तों को जानकारी देने के लिए एक डॉक्यूमेंट्री तैयार कर रहा है। यह डॉक्यूमेंट्री पांच एपिसोड में होगी, जिनमें राम मंदिर के निर्माण के लिए हुए संघर्ष, आंदोलन और अदालती प्रक्रियाओं को दर्शाया जाएगा। 

डॉक्यूमेंट्री का प्रसारण दूरदर्शन पर किए जाने की योजना है, लेकिन इसके लिए केंद्र सरकार से अनुमति का इंतजार किया जा रहा है। प्रूफरीडिंग के बाद डॉक्यूमेंट्री का प्रसारण संभव हो सकता है, जिससे दर्शकों को राम मंदिर के ऐतिहासिक संघर्ष और इसके निर्माण की यात्रा का पूरा दृश्य देखने को मिलेगा।

राम मंदिर के लिए संघर्ष

यह डॉक्यूमेंट्री न केवल राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया, बल्कि उसके लिए किए गए संघर्षों और कोर्ट के फैसले को भी उजागर करेगी। इस डॉक्यूमेंट्री में पांच एपिसोड होंगे, प्रत्येक एपिसोड का समय 30 से 40 मिनट होगा, और सभी एपिसोड को एक साथ प्रसारित किया जाएगा, तो यह दो से ढाई घंटे का होगा। इस डॉक्यूमेंट्री में राम मंदिर निर्माण के दौरान हुए आंदोलनों, अदालत में लड़ी गई लड़ाई और श्रद्धालुओं का संघर्ष दिखाई देगा।

डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण की दिशा में दूरदर्शन कर रहा प्रयास

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल कुमार मिश्र के अनुसार, डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण के लिए दूरदर्शन ने प्रयास शुरू कर दिया है और जल्द ही प्रसारण की अनुमति मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि डॉक्यूमेंट्री में मंदिर निर्माण के संघर्ष, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय, और 2019 के बाद मंदिर के निर्माण की शुरुआत की पूरी जानकारी दी जाएगी।

राम मंदिर का निर्माण सुरक्षा के मानक पर उतरा खरा

राम मंदिर का निर्माण कार्य सुरक्षा के मानकों पर उत्कृष्ट पाया गया है। इस संदर्भ में ब्रिटिश सेफ्टी काउंसिल ने लार्सन एंड टुब्रो को "स्वार्ड ऑफ ऑनर" और नेशनल सेफ्टी काउंसिल ने "गोल्डन ट्रॉफी" प्रदान की है। यह पुरस्कार मंदिर निर्माण में सुरक्षा और सतर्कता के उच्च मानकों को स्थापित करने के लिए दिया गया।

कार्यदायी एजेंसी की ओर से परियोजना निदेशक वीके मेहता ने पुरस्कार प्राप्त किया। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपतराय और सदस्य डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने कार्यदायी एजेंसी के इस अद्वितीय काम की सराहना की और बधाई दी।

निर्माण में सुरक्षा की विशेष ध्यान

राम मंदिर का निर्माण एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, लेकिन उचित तकनीक और सतर्कता के साथ यह कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। निर्माण कार्य में कोई अनहोनी नहीं हुई है, और हजारों श्रमिक दिन-रात निर्माण में लगे हुए हैं। ब्रिटिश सेफ्टी काउंसिल ने निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और कार्य में प्रयोग की जा रही मशीनों, सुरक्षा उपकरणों, और अनुशासन का सूक्ष्मता से मूल्यांकन किया। केवल पंच तारांकित सुरक्षा मानकों को पूरा करने के बाद ही निर्माण कार्य को प्रतिस्पर्धा में सम्मिलित किया गया।

Leave a comment