गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस बार बिहार दौरे पर पूरी तरह चुनावी मूड में नजर आए। उन्होंने शनिवार-रविवार की मध्य रात्रि तक बैठकों और विमर्श का दौर जारी रखा। इस दौरान उन्होंने बिहार चुनाव 2025 से लेकर कर्नाटक चुनाव 2026 तक की विस्तृत योजना प्रस्तुत की।
पटना: केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 और कर्नाटक चुनाव 2026 के लिए पार्टी की रणनीति का खुलासा किया है। बिहार दौरे पर आए अमित शाह ने पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चुनावी अभियान के दौरान जनता को लालू यादव के शासनकाल की याद दिलाई जाए, ताकि लोगों को 'जंगलराज' के दौर की विभीषिका फिर से याद हो। शाह का मानना है कि यह रणनीति एनडीए गठबंधन के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण साबित होगी।
बिहार भाजपा नेताओं से गहन चर्चा
शनिवार देर शाम बिहार पहुंचे अमित शाह ने सबसे पहले पार्टी के प्रदेश कार्यालय में भाजपा के सांसदों, विधायकों और एमएलसी के साथ बैठक की। इसके बाद कोर कमिटी से अलग चर्चा कर चुनावी रणनीति पर फोकस किया। शाह ने कहा कि बिहार चुनाव में समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को जोड़ना होगा और लालू शासन के दुष्प्रभावों को उजागर करना होगा।
कर्नाटक चुनाव 2026: शाह का आत्मविश्वास
अमित शाह ने बैठक में कर्नाटक चुनाव 2026 के लिए भी आत्मविश्वास जाहिर किया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की वर्तमान सरकार हिंदू-विरोधी और भ्रष्टाचारी है, जिससे जनता त्रस्त है। शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को विश्वास दिलाया कि कर्नाटक में कांग्रेस का विरोध कर भाजपा वहां भी सत्ता में वापसी करेगी। शाह ने लोकसभा क्षेत्रों के पुनः परिसीमन को लेकर विपक्षी दलों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम का भी खंडन किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि परिसीमन के दौरान दक्षिण भारत के राज्यों को कोई नुकसान नहीं होगा। शाह ने कहा कि विपक्षी दल केवल लोगों में डर फैलाने का काम कर रहे हैं।
गोपालगंज दौरा और सहकारिता आंदोलन को संबोधन
आज, रविवार को अमित शाह गोपालगंज का दौरा करेंगे, जहां वह सहकारिता आंदोलन से जुड़े करीब सात हजार लोगों को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे। गोपालगंज से लौटने के बाद शाह मुख्यमंत्री आवास में एनडीए के घटक दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में बिहार चुनाव के लिए गठबंधन की भूमिका पर भी चर्चा की जाएगी।
अमित शाह के इस दौरे ने बिहार भाजपा के कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है। पार्टी को उम्मीद है कि इस बार भी एनडीए गठबंधन बिहार में सत्ता में वापसी करेगा।