बिहार की सियासत में फिर से हलचल मची है। नीतीश कुमार को लेकर राजद ने ऑफर दिया है, जबकि उनके पुराने मित्र जीतन राम मांझी ने दावा किया कि राजद के कई नेता एनडीए से जुड़े हैं। मांझी ने तेजस्वी पर भी हमला किया।
Nitish Kumar: बिहार की राजनीति में एक बार फिर उबाल आ गया है, और इस बार हॉट टॉपिक नीतीश कुमार ही हैं। उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर सियासत गरमाई हुई है। राजद ने नीतीश कुमार को लेकर खुले तौर पर ऑफर दिया है और कहा है कि अगर नीतीश आना चाहते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा। वहीं, नीतीश के पुराने दोस्त जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान देकर सियासत में और हलचल मचा दी है।
जीतन राम मांझी का दावा
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने दावा किया कि राजद के दर्जनभर नेता एनडीए से संपर्क में हैं। इससे पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया था कि जदयू के चार नेता बीजेपी से संपर्क में हैं। इस बयान के बाद मांझी ने तेजस्वी पर जमकर हमला किया।
तेजस्वी यादव पर पलटवार: मांझी का सवाल
तेजस्वी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मांझी ने कहा कि क्या वे भविष्यवक्ता हैं? मांझी ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव किस आंदोलन की उपज हैं और उनका नेतृत्व बिहार को कहां ले जाएगा? अब सबकी नजरें तेजस्वी यादव के जवाब पर टिकी हैं।
नीतीश कुमार होंगे एनडीए के नए चेहरे
जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के बारे में कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे। उन्होंने कहा कि सभी घटक दलों के नेताओं ने यह बात साफ कर दी है और इसमें अब कोई संदेह नहीं है। मांझी का यह बयान नीतीश कुमार के राजनीतिक भविष्य को लेकर एक नई दिशा दिखाता है।
माई-बहन योजना पर तीखा हमला
मांझी ने तेजस्वी यादव की माई-बहन योजना पर भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस योजना से तेजस्वी को चुनावी फायदा नहीं होगा। मांझी ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार की साइकिल योजना ज्यादा प्रभावी है और 2025 में फिर एनडीए की सरकार बनेगी, जिसमें नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे।
नीतीश की प्रगति यात्रा पर भी प्रतिक्रिया
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा को "अलविदा यात्रा" कहा था, जिस पर मांझी ने पलटवार किया। उन्होंने सवाल उठाया, "क्या तेजस्वी यादव पंडित या पुरोहित हैं, जो इस तरह की भविष्यवाणी कर रहे हैं?" इस पूरी सियासी घमासान के बीच, बिहार की राजनीति में आने वाले दिनों में और भी हलचल देखने को मिल सकती है।