CM Atishi: दिल्ली में डीटीसी मार्शल के मामले पर राजनीतिक हलचल तेज, CM आतिशी ने उठाया चौंकाने वाला कदम, जानें क्या है मामला?

CM Atishi: दिल्ली में डीटीसी मार्शल के मामले पर राजनीतिक हलचल तेज, CM आतिशी ने उठाया चौंकाने वाला कदम, जानें क्या है मामला?
Last Updated: 05 अक्टूबर 2024

बस मार्शलों की बहाली के लिए LG साहब से मिलने के दौरान मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली में नियुक्ति का पूरा अधिकार उपराज्यपाल के पास है। इसके बावजूद, बीजेपी ने सुझाव दिया कि मार्शलों की बहाली के प्रस्ताव को कैबिनेट में मंजूर किया जाए। इसके तुरंत बाद, हमने कैबिनेट बैठक बुलाई और बस मार्शलों की बहाली का प्रस्ताव कैबिनेट ने तुरंत ही स्वीकृत कर दिया।

CM Atishi: दिल्ली सरकार ने बस मार्शल्स की नियुक्ति के संबंध में एक कैबिनेट नोट को मंजूरी दी है। इस नोट में तुरंत मार्शल को बहाल करने की मांग की गई है। इस नोट के संदर्भ में मुख्यमंत्री आतिशी अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ एलजी आवास की ओर रवाना हुईं। इससे पहले, एलजी के पास जाने के मुद्दे पर काफी राजनीतिक चर्चा हुई।

बीजेपी विधायकों पर लगाया आरोप

दिलीप पांडेय ने आरोप लगाया कि दिल्ली के भाजपा विधायक राजभवन जाने के मुद्दे पर भागने का प्रयास कर रहे थे। पांडेय ने बताया कि जब दिल्ली सरकार द्वारा कैबिनेट नोट पास किया गया था, तब भाजपा के विधायकों ने इसे लेकर विरोध जताया और विधानसभा छोड़ने का प्रयास किया।

पांडेय ने कहा कि स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि भाजपा के विधायकों को रोकने के लिए आप के विधायकों को "जमीन पर लोटना" पड़ा। हमने गेट पर उन्हें घेरकर फिर रोकने में सफलता प्राप्त की। अब हम लोग एलजी हाउस की ओर बढ़ रहे हैं! आज हम न्यायोचित रोजगार के लिए बस मार्शल्स के समर्थन में संघर्ष करेंगे। इंकलाब ज़िंदाबाद!

सीएम आतिशी पहुंची राजभवन

दिल्ली कैबिनेट ने बस मार्शलों की प्रेस कॉन्फ्रेंस को निरस्त कर दिया है। मुख्यमंत्री आतिशी के नेतृत्व में पूरी कैबिनेट एलजी से मिलने के लिए राज निवास की ओर रवाना हुई, जिसमें कई विधायक भी शामिल हैं। वहीं, मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली के बस मार्शलों की नौकरी को पुनः बहाल कराने के लिए नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता की गाड़ी में पांच बीजेपी विधायकों के साथ एलजी से मुलाकात करने जा रही हैं।

एलजी के पास प्रस्ताव रखेंगी आतिशी

सीएम आतिशी ने बस मार्शलों की बहाली के संबंध में एलजी साहब से मिलने जाने के दौरान कहा, "दिल्ली में नियुक्तियों का पूरा अधिकार उपराज्यपाल के पास है, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी ने कहा कि मार्शलों की बहाली का प्रस्ताव कैबिनेट में पास किया जाए। इसके बाद हमने तुरंत एक कैबिनेट मीटिंग बुलाई, जहां बस मार्शलों की बहाली का प्रस्ताव को त्वरित रूप से पास किया गया। अब हम इस प्रस्ताव को लेकर एलजी साहब के पास जा रहे हैं।"

सीएम की सुरक्षा पर गहरी चिंता: दिलीप पांडे

विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता है। एलजी हाउस के गेट पर इंतजार कर रहे तीन मंत्रियों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई, जबकि केवल बीजेपी विधायकों और बीजेपी के सदस्यों को ही प्रवेश की इजाजत है। यहां तक कि मुख्यमंत्री के निजी स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। मुझे उन पर विश्वास नहीं है।

सौरभ भारद्वाज ने दी जानकारी

दिल्ली में भर्तियों का कार्य बीजेपी के एलजी के पास है, लेकिन बीजेपी के विधायकों ने बस मार्शलों की अपने ही एलजी द्वारा बहाली कराने के लिए कैबिनेट पास कराने की बात कही। हमने उसी समय कैबिनेट की बैठक बुलाई और बस मार्शलों की बहाली का प्रस्ताव पास कर दिया।

इसके बाद भी बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता अपने ही एलजी साहब से मिलने के लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने वहां से कई बार भागने की कोशिश की। हम उनके पैरों में लेट गए। अब एलजी हाउस के अंदर केवल सीएम आतिशी और बीजेपी के विधायकों को जाने दिया गया है। यह गलत है, हमें आतिशी जी की सुरक्षा को लेकर चिंता है।

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