दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार का आज आखिरी दिन है। प्रचार बंद होते ही उम्मीदवारों की असली परीक्षा शुरू होगी, जिसमें नए हथकंडे और विरोधियों के कार्यकर्ताओं को लुभाना होगा।
Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार का आज, सोमवार, आखिरी दिन है। शाम 5 बजे के बाद प्रचार बंद हो जाएगा, और इसके साथ ही उम्मीदवारों की असली परीक्षा शुरू हो जाएगी। चुनावी मैदान में उतर चुके उम्मीदवार अब मतदाताओं को लुभाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाएंगे, वहीं अपने विरोधी के प्रभावशाली कार्यकर्ताओं को अपने पक्ष में लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। यह रणनीति चुनावी नतीजों में निर्णायक साबित हो सकती है।
20 जनवरी से जारी चुनाव प्रचार
चुनाव प्रचार 20 जनवरी से जारी था, और उम्मीदवार तब से लेकर अब तक सुबह से लेकर शाम तक जनता से संपर्क करने में जुटे हुए थे। कहीं चुनावी सभा का आयोजन हुआ तो कहीं उम्मीदवार घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे थे। इस दौरान उनके समर्थकों ने विरोधी उम्मीदवारों के प्रभावशाली कार्यकर्ताओं की सूची तैयार की है, जो मतदाताओं पर महत्वपूर्ण असर डालते हैं।
रात के अंधेरे में संपर्क की योजना
चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद उम्मीदवारों ने अब अपनी रणनीतियों को गति देने की योजना बनाई है। खासकर प्रभावशाली कार्यकर्ताओं से संपर्क करने के लिए वे रात के अंधेरे में भी कोशिश करेंगे, ताकि उन्हें अपने पक्ष में लाया जा सके। उम्मीदवार विरोधी के समर्थकों को अपने पक्ष में करने के लिए उन्हें चुनाव जीतने का पूरा गणित समझाएंगे और तरह-तरह के हथकंडों का सहारा लेंगे।
मतदाताओं से संपर्क के लिए नई रणनीति
इस दौरान उम्मीदवारों की खास योजना कैंपों में रहने वाले मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान कराने की होगी। राजनीतिक दलों से संबंधित उम्मीदवारों ने अपने समर्थकों को भी इस रणनीति को सफल बनाने के लिए कहा है। वहीं, कई उम्मीदवारों के समर्थक अपने-अपने क्षेत्र में समर्थित मतदाताओं पर पूरी नजर बनाए रखेंगे ताकि विरोधी किसी तरह के प्रलोभन से उन्हें बहकाने की कोशिश न कर सकें। ऐसे प्रयासों की शिकायत करने के लिए कार्यकर्ताओं को वीडियो बनाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
चुनाव प्रचार में नए तरीके
दिल्ली के हरियाणा से सटे क्षेत्रों में उम्मीदवार अब रागनी बजाकर प्रचार करने का तरीका अपना रहे हैं। आटो पर माइक लगाकर पहले देशभक्ति की रागनी गाई जाती है, और फिर उम्मीदवार को वोट देने की अपील की जाती है। यह तरीका खासकर बुजुर्ग मतदाताओं के बीच लोकप्रिय हो रहा है। हरियाणा के प्रसिद्ध लोक गायकों की रागनियों का दिल्ली में भी चुनावी प्रचार में काफी असर हो रहा है।
चुनाव आयोग की कड़ी निगरानी
चुनाव आयोग ने इस बार भी इन घटनाओं पर नजर रखने के लिए टीमों का गठन किया है और अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी उम्मीदवारों और उनके एजेंटों को दिए गए हैं ताकि किसी भी अनियमितता की तुरंत शिकायत की जा सके। जो उम्मीदवार या दल इस रणनीति में सफल होंगे, उन्हें चुनावी मैदान में बढ़त हासिल हो सकती है।