दिल्ली की जनकपुरी विधानसभा सीट पर इस बार नया चेहरा देखने को मिल सकता है। भाजपा आशीष सूद या नरेंद्र चावला को उम्मीदवार बना सकती है। कांग्रेस यहां पिछले ढाई दशक से जीत नहीं सकी है।
Delhi Election: दिल्ली की जनकपुरी विधानसभा सीट पर इस बार नया चेहरा देखने की संभावना है। पिछले करीब ढाई दशकों से इस सीट पर भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) का कब्जा रहा है। पहले भाजपा के प्रो जगदीश मुखी लगातार पांच बार विधायक रहे, फिर 2015 से 2020 तक आम आदमी पार्टी के राजेश ऋषि ने इस सीट से दो बार जीत दर्ज की। इस बार, आप ने राजेश ऋषि के बजाय प्रवीण कुमार को उम्मीदवार बनाया है, जो पहली बार विधानसभा चुनाव में भाग ले रहे हैं।
भाजपा के लिए नया चेहरा
जहां तक भाजपा का सवाल है, प्रो जगदीश मुखी अब सक्रिय राजनीति से दूर हैं और उनके स्थान पर पार्टी किसी नए चेहरे को मैदान में उतार सकती है। इस टिकट के लिए भाजपा में वरिष्ठ नेता आशीष सूद और पूर्व महापौर नरेंद्र चावला सहित कई नाम चर्चा में हैं।
2020 में भाजपा ने किया सुधार
2015 के चुनाव में राजेश ऋषि ने प्रो जगदीश मुखी को हराया था, उन्हें 57.72 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि प्रो मुखी को 37.15 प्रतिशत वोट मिले थे। लेकिन 2020 में भाजपा ने इस सीट पर अपनी स्थिति मजबूत की, हालांकि फिर भी जीत नहीं हासिल कर पाई। इस चुनाव में भाजपा के आशीष सूद को 42.48 प्रतिशत वोट मिले, जबकि राजेश ऋषि को 54.43 प्रतिशत वोट मिले।
कांग्रेस को यहां से मिली हार
कांग्रेस कभी इस सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई। 2020 में कांग्रेस ने राधिका खेड़ा को टिकट दिया, लेकिन वह केवल दो हजार वोट ही प्राप्त कर पाईं और तीसरे स्थान पर रही। 2015 में कांग्रेस ने सुरेश कुमार को टिकट दिया, जो प्रो जगदीश मुखी के दामाद थे, लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा। 2013 में रागिनी नायक को भी हार का सामना करना पड़ा।
जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र: दो हिस्सों में बंटा इलाका
जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र को पंखा रोड के माध्यम से दो हिस्सों में बांटा गया है। पंखा रोड के एक तरफ क्षेत्र पूरी तरह से नियोजित है, जबकि दूसरी तरफ अनियोजित और घनी आबादी वाला इलाका है। निगम सीटों के संदर्भ में इसमें तीन वार्ड आते हैं: जनकपुरी साउथ, जनकपुरी वेस्ट, और महावीर एंक्लेव। इनमें से दो वार्डों में भाजपा के पार्षद हैं, जबकि एक वार्ड में आप का पार्षद है।
आने वाले चुनाव में किस पार्टी का होगा दबदबा?
जनकपुरी विधानसभा सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला और भी रोचक होने की संभावना है। भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों के पास मजबूत उम्मीदवार हैं, जबकि कांग्रेस को पिछले कई चुनावों में निराशा ही हाथ लगी है। अब यह देखना होगा कि कौन सा उम्मीदवार जनकपुरी के चुनावी मैदान में जीत हासिल कर पाता है।