बुधवार को राज्यसभा में बीआर अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी को लेकर तीव्र हंगामा हुआ, जिसके बाद सभापति ने उच्च सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। विपक्ष ने शाह की टिप्पणियों का कड़ा विरोध किया, जिससे सत्र के बीच में ही शोरगुल और अव्यवस्था उत्पन्न हो गई।
One Nation One Election: संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि वन नेशन वन इलेक्शन पर एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और सभी राजनीतिक दलों से समिति के लिए नाम मांगे जा रहे हैं। रिजिजू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बाबा साहेब अंबेडकर के सपनों को पूरा करने की दिशा में किए गए कार्यों की सराहना की।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने कभी भी किसी अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति से संबंधित व्यक्ति को कानून मंत्री नहीं बनाया, जबकि पीएम मोदी ने अंबेडकर के सपनों को साकार किया।"
राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित
कांग्रेस ने मंगलवार (17 दिसंबर 2024) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीआर अंबेडकर पर विवादास्पद बयान को लेकर आपत्ति जताई थी। इस बयान के विरोध में बुधवार (18 दिसंबर 2024) को राज्यसभा में हंगामा हुआ, जिसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने दोपहर दो बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। विपक्ष ने शाह के बयान की निंदा करते हुए जय भीम का नारा लगाया और अंबेडकर के प्रति अपनी श्रद्धा जताई।
अमित शाह के बयान पर संसद परिसर में विरोध
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद परिसर में अमित शाह के बयान के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने जय भीम और अंबेडकर का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान जैसे नारे लगाए। इस दौरान, कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी और अन्य विपक्षी दलों के नेता भी शामिल हुए। अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रिजिजू ने कहा कि आजकल अंबेडकर का नाम लेना फैशन बन गया है।