DUSU Election 2024: डूसू चुनाव के 21 उम्मीदवारों पर शिकंजा, नियम उल्लंघन पर मिलेगी सख्त सजा और लगेगा भारी जुर्माना

DUSU Election 2024: डूसू चुनाव के 21 उम्मीदवारों पर शिकंजा, नियम उल्लंघन पर मिलेगी सख्त सजा और लगेगा भारी जुर्माना
Last Updated: 2 घंटा पहले

डूसू चुनाव 2024 दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव 2024 में पोस्टर और बैनर के अत्यधिक उपयोग से परिसर की दीवारों पर हुए गंदगी को साफ करने के लिए होने वाले खर्च की भरपाई अब प्रत्याशियों से की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन शीघ्र ही सभी प्रत्याशियों को नोटिस भेजकर रिकवरी की प्रक्रिया शुरू करेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय ने इंजीनियरिंग विभाग से भी इस खर्च की राशि का विवरण देने के लिए कहा है।

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के दौरान पोस्टर और बैनर के अनियंत्रित उपयोग से परिसर की दीवारों पर हुई गंदगी को साफ करने के लिए विश्वविद्यालय प्रत्याशियों से खर्च की वसूली करने की योजना बना रहा है। इस संबंध में जल्द ही प्रत्याशियों को नोटिस भेजे जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

प्रत्याशियों को भेजा जाएगा नोटिस, रिकवरी की तैयारी

विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा है कि यदि कोई प्रत्याशी राशि चुकाने में असमर्थ है, तो उसकी स्थिति पर विचार किया जाएगा, लेकिन रिकवरी के लिए उन्हें निश्चित रूप से नोटिस भेजा जाएगा। डूसू चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए 21 प्रत्याशी मैदान में थे। इसके अलावा, डूसू में शामिल 52 कॉलेजों और विभागों में भी प्रतिनिधियों के चुनाव हो रहे थे।

पोस्टरबाजी से दीवारों पर फैली गंदगी

ऐसे में केवल परिसरों में ही नहीं, बल्कि हर कॉलेज में प्रचार सामग्री का भरपूर उपयोग किया गया। चुनाव के दौरान दीवारों पर केवल पोस्टर ही नजर आ रहे थे। हर प्रत्याशी अपने समर्थन में वोट मांगता दिखाई दे रहा था। इसके बाद पूरा मामला हाई कोर्ट में पहुँच गया, जहाँ कोर्ट ने गंदे हुए दीवारों को साफ करने के लिए incurred खर्च की राशि दिल्ली विश्वविद्यालय को चुकाने के निर्देश दिए हैं।

नगर निगम ने किया 4.5 लाख का खर्च

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने दिल्ली नगर निगम, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन और अन्य एजेंसियों से खर्च की सीमा स्पष्ट करने की मांग की है। हालांकि, इस समय डीयू प्रशासन को इन एजेंसियों से खर्च के संबंध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार, नगर निगम ने लगभग 4.5 लाख रुपये के खर्च का अनुमान लगाया है।

10 दिन में हटाए गए 2 लाख पोस्टर-बैनर

नगर निगम ने अदालत में हलफनामा देते हुए जानकारी दी है कि उन्होंने पिछले 10 दिनों में दो लाख पोस्टर और बैनर हटाए हैं। इस प्रक्रिया में चार ट्रक सामग्री भी निकाली गई है। इन एजेंसियों के अतिरिक्त, दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने अपने इंजीनियरिंग विभाग से भी दीवारों को साफ करने में हुए खर्च का ब्योरा देने के लिए कहा है।

विश्वविद्यालय अपने खर्च और एजेंसियों से प्राप्त बिलों के आधार पर एक निश्चित राशि तय करेगा, जिसे प्रत्याशियों से मांगा जाएगा। डीयू की प्राक्टर, प्रो. रजनी अब्बी ने कहा कि जैसे ही सभी एजेंसियों के बिल प्राप्त होंगे, रिकवरी के लिए सभी प्रत्याशियों को नोटिस भेजे जाएंगे। विश्वविद्यालय अपनी तरफ से सभी प्रत्याशियों को नोटिस जारी करेगा।

यदि किसी प्रत्याशी को कोई समस्या है, तो वह चुनाव कार्यालय या प्रॉक्टर कार्यालय से संपर्क कर सकता है। हालांकि, सभी को नोटिस भेजना आवश्यक है और इसकी तैयारी हमारी ओर से की जा रही है।

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