हरियाणा में कांग्रेस को बागियों की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें पार्टी ने अब तक 24 बागियों को निष्कासित किया है। इनमें से कई पर पहले भी कार्रवाई हो चुकी है। दूसरी ओर, भाजपा ने अपने अधिकांश बागियों को समायोजित करने का दावा किया है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होने वाले हैं।
Haryana Election: हरियाणा में पार्टी द्वारा अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बागियों ने कांग्रेस के लिए समस्याएँ बढ़ा दी हैं। कांग्रेस ने 16 बागियों को पहले ही पार्टी से निकाल दिया था, और शनिवार को पांच पूर्व विधायकों सहित आठ और नेताओं को कांग्रेस से बाहर कर दिया गया है। अब कांग्रेस से निष्कासित बागियों की कुल संख्या 24 हो गई है।
उम्मीदवारों के खिलाफ चुनावी मैदान में
कांग्रेस ने जिन बागियों को पार्टी से बाहर निकाला है, उनमें कई ऐसे हैं जिनके खिलाफ पहले भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कार्रवाई की गई थी। हालांकि, कुछ समय बाद ही उन्हें फिर से कांग्रेस में शामिल कर लिया गया था। कांग्रेस के निष्कासन के बाद, ये बागी पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनावी मैदान में डटे हुए हैं।
भाजपा के लिए चुनौती बनते संदीप गर्ग
भाजपा ने अपने अधिकतर बागियों को चुनावी मैदान में संभालने का दावा किया है। हालांकि, भाजपा के लिए सबसे बड़ी समस्या मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्वाचन क्षेत्र लाडवा में समाजसेवी संदीप गर्ग का चुनावी मैदान में उतरना बनता जा रहा है। संदीप गर्ग ने यह दावा किया है कि उन पर चुनाव में भाग लेने का काफी दबाव डाला जा रहा है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि यह जनता की इच्छा है जिसने उन्हें खड़ा किया है। गर्ग ने यह भी आरोप लगाया कि उन पर सरकारी मशीनरी द्वारा दबाव डालकर intimidate करने का प्रयास किया जा रहा है।
शारदा और रोहिता को कांग्रेस से किया निष्कासित
हरियाणा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी उदयभान द्वारा शनिवार को जारी आदेश के अनुसार, हाईकमान की अनुमति के बाद, बल्लभगढ़ की पूर्व विधायक शारदा राठौर और पानीपत शहर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रोहिता रेवाड़ी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कांग्रेस से निकाल दिया गया है। शारदा राठौर हरियाणा की कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रह चुकी हैं और बल्लभगढ़ से टिकट की संभावित दावेदार मानी जा रही थीं।
कुमारी सैलजा गुट की तरफ से मनोज अग्रवाल टिकट की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने पराग शर्मा को टिकट देने का निर्णय लिया। इसके फलस्वरूप, शारदा राठौर का यह बयान इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ कि कांग्रेस ने "चमड़ी और दमड़ी" के आधार पर टिकट दिए हैं।