गोवा के श्रीगाओ गांव में स्थित प्रसिद्ध लैराई देवी मंदिर में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां दर्शन के दौरान भगदड़ मचने से छह लोगों की जान चली गई और 15 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। उत्तरी गोवा के पुलिस अधीक्षक अक्षत कौशल ने इस घटना की पुष्टि की है।
Goa Temple Stampede: गोवा के प्रसिद्ध लैराई देवी मंदिर में शुक्रवार को आयोजित वार्षिक जात्रा महोत्सव के दौरान मची भगदड़ ने श्रद्धा के उत्सव को मातम में बदल दिया। उत्तरी गोवा के शिरगांव स्थित इस मंदिर में भारी भीड़ के बीच फैली अफरातफरी में 6 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 15 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। इस दुखद घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है।
यह हादसा उस समय हुआ जब मंदिर परिसर और उसके आसपास लाखों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए थे। हर साल की तरह इस वर्ष भी लैराई देवी की जात्रा बड़े धूमधाम से मनाई जा रही थी। लेकिन इस बार भक्तों की भारी भीड़ और पर्याप्त सुरक्षा व प्रबंधन के अभाव ने एक हर्षोल्लास के पर्व को त्रासदी में बदल दिया।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शुक्रवार की सुबह जैसे-जैसे श्रद्धालु मंदिर में पूजा के लिए पहुंचने लगे, वैसे-वैसे मंदिर परिसर और मुख्य रास्तों पर भीड़ बढ़ती गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त बैरिकेडिंग और मार्गदर्शन की व्यवस्था न होने से धक्का-मुक्की शुरू हो गई। अचानक किसी ने शोर मचाया, जिससे अफरातफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। इसी अफरा-तफरी में कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े और भगदड़ मच गई।
घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय निवासी रमेश नाइक ने बताया, हम हर साल जात्रा में आते हैं, लेकिन इस बार भीड़ कुछ ज्यादा थी। लोग डर के मारे भागने लगे और कई बुजुर्ग और महिलाएं नीचे गिर गईं। उन्हें संभालने वाला कोई नहीं था।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और आपातकालीन सेवाएं तुरंत सक्रिय हुईं। मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया गया। घायलों को पास के असिलो अस्पताल और गंभीर रूप से घायल लोगों को गोवा मेडिकल कॉलेज (GMC) भेजा गया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण और बेहद दर्दनाक बताया।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि आपात स्थिति को देखते हुए 108 एम्बुलेंस सेवा को हाई अलर्ट पर रखा गया है और कुल 8 गंभीर मरीजों को GMC के सुपर स्पेशियलिटी वार्ड में भर्ती कराया गया है, जिनमें से दो मरीजों को इंटुबेट किया गया है।
स्वास्थ्य सेवाएं हाई अलर्ट पर
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि GMC और असिलो अस्पताल में अतिरिक्त डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। ICU में विशेष रूप से वेंटिलेटर की सुविधा के साथ बिस्तर तैयार किए गए हैं। स्थिति पर नजर रखने के लिए GMC और असिलो अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट्स को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि हर घायल मरीज की हालत पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और राज्य सरकार हरसंभव सहायता उपलब्ध करा रही है।