उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राम मंदिर के निर्माण के बाद पूरा देश और दुनिया खुश है, लेकिन "बदनसीब कांग्रेसियों" को इससे नफरत है। योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर को भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह मंदिर न केवल हिंदू समुदाय के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल हैं।
चंडीगढ़: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राम मंदिर के पवित्र भूमि पूजन समारोह में 'नाच-गाना' करने की बात करना राहुल गांधी के परिवार की पुरानी आदतों को दर्शाता है। योगी ने यह टिप्पणी सोमवार को की, जब उन्होंने अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले समारोह का जिक्र किया।
राहुल गांधी ने हरियाणा में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आम लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया, बल्कि सिलेब्रिटीज और बिजनेसमेन को बुलाया गया था। योगी आदित्यनाथ ने इस बयान को लेकर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी और उनके परिवार का इतिहास हमेशा इसी प्रकार के व्यवहार से भरा रहा हैं।
‘अयोध्या में भव्य मंदिर बनते देखने के लिए हजारों हिंदुओं ने बलिदान दिया’- सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए हिसार और पंचकूला जिलों में आयोजित रैलियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस साल अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ 500 साल का लंबा इंतजार खत्म हो गया है। उन्होंने कहा, "अयोध्या में भव्य मंदिर बनते देखने के लिए हजारों हिंदुओं ने बलिदान दिया। 500 साल के इंतजार के बाद पूरा देश और दुनिया अभिभूत और खुश है। लेकिन इन बदनसीब कांग्रेसियों को इससे नफरत हैं।"
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में राम मंदिर के निर्माण को भारतीय संस्कृति और धरोहर का प्रतीक बताया और यह भी कहा कि यह मंदिर सभी हिंदुओं के लिए गर्व का स्थान है। उनके इस बयान ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के प्रति एक बार फिर कटाक्ष किया है, जिससे आगामी चुनावों में धार्मिक मुद्दों की राजनीति को और हवा मिल सकती हैं।
योगी ने राहुल पर साधा निशाना
राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "एक तरफ वे लोग हैं जो भगवान राम की संस्कृति में पले-बढ़े हैं, और दूसरी तरफ वे लोग हैं जो रोमन संस्कृति में पले-बढ़े हैं। वे बदनसीब लोग, जो दुर्भाग्य से खुद को 'एक्सीडेंटल हिंदू' कहते हैं, वे इसे कैसे बर्दाश्त करेंगे?" योगी ने आगे कहा, "वे कहते हैं कि अयोध्या में जब राम लला के मंदिर का उद्घाटन हो रहा था, तब वहां नाच-गाना चल रहा था। अरे, जिंदगी भर तुम्हारा खानदान यही करता रहा हैं।"
इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी के बयान को न केवल चुनौती दी, बल्कि यह भी दर्शाया कि उनकी पार्टी और उनके समर्थक भगवान राम और भारतीय संस्कृति के प्रति कितने समर्पित हैं। इस प्रकार की बयानबाजी ने राजनीति में धार्मिक पहचान और सांस्कृतिक मूल्य के मुद्दे को और बढ़ावा दिया हैं।
क्या कहा था राहुल गांधी ने?
राहुल गांधी के बयान में उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान आयोजित कार्यक्रम पर सवाल उठाते हुए कहा, "जहां नाच-गाना हो रहा था, वहां अमिताभ बच्चन, उद्योगपति अंबानी और अडानी को बुलाया गया था। वहां क्या आपने किसी बढ़ई को देखा? क्या किसी किसान को देखा? कोई मजदूर दिखा? नाच-गाना चल रहा है। डांस हो रहा है। प्रेस वाले हाय-हाय कर रहे हैं।" राहुल गांधी का यह बयान समारोह के आयोजन के स्वरूप और उसमें शामिल व्यक्तियों पर आलोचना कर रहा था, जिसका उद्देश्य आम लोगों की भागीदारी और उनके महत्व को रेखांकित करना था। उनके इस बयान ने एक बार फिर राजनीति में सांस्कृतिक और सामाजिक मुद्दों को उभारने का काम किया हैं।