अरविंद केजरीवाल ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर स्पष्ट प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को लगता है कि वह चोर है, तो उन्हें आम आदमी पार्टी (AAP) को वोट नहीं देना चाहिए। लेकिन अगर लोग उन्हें ईमानदार मानते हैं, तो उन्हें AAP को समर्थन देना चाहिए। यह उनके लिए एक स्पष्ट संदेश है कि वे जनता की राय पर भरोसा करते हैं।
चंडीगढ़: दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सक्रियता दिखाई। जगाधरी में रोड शो करते हुए उन्होंने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार आदर्शपाल गुज्जर के लिए समर्थन मांगा। केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा में सरकार बनाने के लिए AAP का समर्थन जरूरी है, जिससे उनकी पार्टी की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया गया।
बिना हमारे समर्थन के नहीं बनेगी सरकार: केजरीवाल
रोड शो के दौरान अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में बदलाव की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के समर्थन के बिना राज्य में कोई सरकार नहीं बनेगी और उन्होंने अपनी पार्टी की संभावित सीटों का भी जिक्र किया। केजरीवाल ने आश्वासन दिया कि जैसे दिल्ली में उनकी सरकार ने काम किया, वे हरियाणा में भी उसी तरह की प्रगति दिखाएंगे। इस बयान के जरिए उन्होंने AAP की स्थिति को मजबूत करने की कोशिश की।
हरियाणा चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल का शेड्यूल काफी व्यस्त है। आप के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने बताया कि केजरीवाल 11 जिलों में 13 कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जिनमें डबवाली, रानिया, भिवानी, महम, कलायत, असंध और बल्लभगढ़ शामिल हैं। आगे के प्रचार कार्यक्रमों की घोषणा जल्द की जाएगी। यह व्यस्त कार्यक्रम उनकी चुनावी रणनीति का हिस्सा है, ताकि हरियाणा में पार्टी की स्थिति मजबूत की जा सके।
केजरीवाल ने कहा - 'ईमानदार हूँ तभी देना वोट'
हरियाणा में जनसभा के दौरान अरविंद केजरीवाल ने अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आराम से बैठ सकते थे, लेकिन उन्होंने इस्तीफा देने का निर्णय लिया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे भगवान राम को सीता जी की अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी, वैसे ही उन्हें भी अपनी ईमानदारी साबित करनी होगी। केजरीवाल ने कहा कि यदि लोग उन्हें बेईमान मानते हैं, तो उन्हें वोट न देने की सलाह दी, लेकिन अगर उन्हें लगता है कि वह ईमानदार हैं, तो तब ही वोट दें। इस बयान से उन्होंने अपनी ईमानदारी और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने की इच्छा जाहिर की।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यदि दिल्ली की जनता उन्हें ईमानदार मानती है और उन्हें दोबारा वोट देकर जिताती है, तभी वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि किसी भी नेता ने इतनी हिम्मत नहीं दिखाई है कि अपनी ईमानदारी को इस तरह से साबित करे। केजरीवाल के इस बयान ने उनकी पार्टी और उनके व्यक्तित्व को लेकर एक स्पष्ट संदेश दिया है कि वह जनता के विश्वास को सर्वोपरि मानते हैं।