हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं. प्रदेश में 5 अक्टूबर 2024 को मतदान होना है। सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में पूरी तरह से जुट गए हैं और जनता का समर्थन हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
करनाल: हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने करनाल के नीलोखेड़ी में जन आशीर्वाद रैली के दौरान कांग्रेस पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कांग्रेस के 'हरियाणा मांगे हिसाब' अभियान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा सरकार नियमित रूप से अपने काम का हिसाब जनता के सामने पेश करती है, जबकि कांग्रेस को भी यह बताना चाहिए कि उसने अपने कार्यकाल के दौरान क्या किया। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा चुनावों के समय कांग्रेस ने "झूठ" बोला और "गलत सूचना" फैलाई कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने, तो संविधान बदल दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह रवैया झूठ बोलकर वोट हासिल करने और बाद में जनता का शोषण करने का है, जो उनके डीएनए में है। मुख्यमंत्री का यह बयान स्पष्ट रूप से कांग्रेस पर निशाना साधने और अपनी पार्टी की नीतियों को सही ठहराने के लिए था, जिससे चुनावी माहौल में भाजपा की स्थिति मजबूत की जा सके। चुनाव प्रचार के इस महत्वपूर्ण समय में सैनी ने अपने समर्थकों को एकजुट करने और विपक्षी पार्टी को आक्रामक तरीके से घेरने का प्रयास किया।
'कांग्रेस झूठ बोलकर जनता को कर रही गुमराह' - नायब सैनी
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 5 अक्टूबर 2024 को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पर तीखा वार किया है। उन्होंने कांग्रेस की 'हिसाब मांगे यात्रा' पर हमला करते हुए कहा, "वे हमसे हमारे किए गए कार्यों का हिसाब मांग रहे हैं, लेकिन पिछले 10 सालों में डबल इंजन वाली भाजपा सरकार ने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम किया है और समान विकास सुनिश्चित किया है। हम नियमित रूप से जनता को अपने कार्यों का पूरा हिसाब-किताब देते हैं।" मुख्यमंत्री जी ने कांग्रेस पर झूठ फैलाकर लोगों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि उन्होंने हरियाणा कांग्रेस से कुछ सवाल पूछे थे, लेकिन उन सवालों का अब तक कोई जवाब नहीं आया है। सैनी ने कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके सहयोगियों से उनके 10 साल के शासनकाल का हिसाब देने की मांग की। उन्होंने कहा, "हुड्डा साहब और कांग्रेस के अन्य सदस्य 'हिसाब मांगे यात्रा' निकाल रहे हैं, उन्हें भी अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कामों का हिसाब जनता के सामने पेश करना चाहिए।" मुख्यमंत्री का यह बयान स्पष्ट रूप से कांग्रेस को उनके पिछले कार्यकाल के लिए जवाबदेह ठहराने और भाजपा सरकार की उपलब्धियों को उजागर करने का प्रयास है, ताकि चुनाव से पहले पार्टी की स्थिति को मजबूत किया जा सके।
भाजपा के 10 साल के काम पर लगातार 10 घंटे बोल सकता हूं - नायब सैनी
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने भाषण में कहा, "अगर मैं अपनी सरकार के 10 साल का हिसाब देना शुरू कर दूं, तो मैं 10 घंटे बोल सकता हूं।" उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा सरकार ने हरियाणा में चौतरफा विकास किया है और जनता के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सीएम सैनी ने आगे बताया कि मार्च में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तीन दिन बाद ही लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। उन्होंने याद दिलाया कि मार्च में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर की जगह उन्हें मुख्यमंत्री नियुक्त किया था।
इसके बाद मनोहर लाल खट्टर करनाल से लोकसभा के लिए चुने गए और केंद्र सरकार में मंत्री पद पर नियुक्त किए गए। वहीं, नायब सिंह सैनी ने आम चुनावों के साथ करनाल विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की। सैनी का यह बयान उनकी सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करने और कांग्रेस की आलोचना का जवाब देने के लिए था।
हरियाणा के लोगों के लिए भाजपा ने किये कई जनकल्याणकारी काम - सीएम नायब
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने भाषण में कहा कि लोकसभा चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद से लेकर 16 अगस्त को हरियाणा चुनावों की घोषणा होने तक उनके पास बमुश्किल दो महीने का समय था। उन्होंने इस छोटी अवधि में भी भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों को रेखांकित किया, जिसमें किसानों, युवाओं, कर्मचारियों और गरीबों समेत विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले शामिल थे। सीएम सैनी ने कहा, "जो लोग हमसे किए गए कामों का हिसाब मांग रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हमने विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। कांग्रेस को भी बताना चाहिए कि जब वे सत्ता में थे, तो उन्होंने कौनसे झंडे गाढ़े थे।"
कांग्रेस ने हाल के दिनों में किसानों के मुद्दों, बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था, और अन्य कई मुद्दों को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। हरियाणा में आगामी 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए हैट्रिक बनाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर का लाभ उठाने की कोशिश में है, जिससे चुनावी मुकाबला कड़ा होता जा रहा हैं।