शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के रुझानों को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हरियाणा में मतदाता अपनी लड़ाई खुद लड़ रहे हैं, ठीक वैसे ही जैसे महाराष्ट्र में मराठी लोगों के बीच संघर्ष होता है।
Haryana: शिवसेना-यूबीटी के सांसद संजय राउत ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के रुझानों में कांग्रेस के पिछड़ने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि सैनी ने पहले कहा था कि चुनाव जीतने के लिए उन्होंने पूरी व्यवस्था की है। राउत ने चुनाव आयोग की वेबसाइट पर कांग्रेस को पीछे दिखाए जाने की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब तक सभी परिणाम नहीं आ जाते, अंतिम नतीजे का इंतजार करना चाहिए।
संजय राउत ने दी प्रतक्रिया
संजय राउत ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर कहा कि उन्हें ऐसा कोई लक्ष्य नहीं रखना चाहिए, क्योंकि राज्य में स्थानीय नेतृत्व मौजूद है। उन्होंने शरद पवार और उद्धव ठाकरे की क्षमताओं पर भरोसा जताते हुए कहा कि वे जानते हैं कि सीटों का बंटवारा कैसे किया जाना चाहिए। राउत ने यह भी बताया कि अगले दो से तीन दिनों में उनकी पार्टी सीट बंटवारे का काम पूरा कर लेगी।
चुनाव आयोग पर लगाया आरोप
इसके अलावा, सीएम चेहरे के बारे में उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के पास मुख्यमंत्री पद का कोई दावेदार है, तो उन्हें इसे स्पष्ट रूप से घोषित करना चाहिए। उद्धव ठाकरे ने भी इस पर अपनी राय रखी थी और कहा था कि अगर कोई चेहरा है, तो उसे सामने लाना चाहिए। हम उनका समर्थन करेंगे। शिवसेना की यह स्पष्ट स्थिति है कि जनता में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। यह आवश्यक है कि लोगों को यह पता चले कि पार्टी किसके नेतृत्व में आगे बढ़ रही है। बिना स्पष्ट नेतृत्व के काम नहीं चल सकता।
साथ ही, शिवसेना-यूबीटी के सांसद ने सीटों की सूची के बारे में कहा कि दशहरे के मुहूर्त पर महा विकास आघाड़ी की पहली सूची जारी की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का मुख्यमंत्री दिल्ली में तय होता है, इसलिए यहां बात करने से कोई फायदा नहीं होगा। हमारी पार्टी का हाईकमान महाराष्ट्र और मुंबई में है, इसलिए इससे संबंधित निर्णय हम महाराष्ट्र में ही लेंगे।
कांग्रेस के जितने की अभी भी उम्मीद
प्रिया दत्त के चुनावी मैदान में आने के बारे में संजय राउत ने कहा कि यदि वह चुनाव लड़ने का निर्णय लेंगी, तो हम उनका स्वागत करेंगे। हमें पूरा भरोसा है कि इस बार वह चुनाव जीतने में सफल होंगी। भविष्य में शिवसेना में नए सदस्यों की बड़ी संख्या में आगमन होगा, यह आप देखेंगे। म्हात्रे कल्याण-डोंबिवली क्षेत्र में हमारे पास लौट आए हैं। इस क्षेत्र में आतंक का माहौल होने के कारण वे फिर से हमारी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। वहीं, नेताओं के पार्टी बदलने के विषय में उन्होंने कहा कि शिवसेना में घर वापसी फिर से होगी या नहीं, इसका जवाब आपको वास्तविक क्रियाओं में दिखाई देगा।