भारतीय वायुसेना ने हिसार हवाई अड्डे पर तीन दिवसीय ट्रायल शुरू किया। इस दौरान लड़ाकू विमानों को उतारा जाएगा। वायुसेना के अधिकारी हवाई पट्टी का निरीक्षण कर रहे हैं।
Haryana News: हरियाणा के हिसार का आसमान मंगलवार को भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों की गर्जना से गूंज उठा। वायुसेना के जहाजों ने हिसार हवाई अड्डे का निरीक्षण किया और बाद में वापस लौट गए। यह ट्रायल तीन दिन तक चलने वाला है, जिसमें बुधवार को पहली बार लड़ाकू विमानों को हिसार की धरती पर उतारा जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
ट्रायल के दौरान क्या हुआ?
महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे पर वायुसेना के जहाजों ने हवाई पट्टी का निरीक्षण किया, लेकिन मंगलवार को वे उतरे नहीं। हालांकि, यह हवाई पट्टी भविष्य में इमरजेंसी में उपयोग के लिए तैयार की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सिरसा से दो-तीन विमान हिसार पहुंचे और निरीक्षण के बाद वापस लौट गए।
10,000 फीट लंबी हवाई पट्टी
हिसार हवाई अड्डे पर 10,000 फीट लंबी हवाई पट्टी का निर्माण किया गया है, जो सिरसा और अंबाला के वायुसेना बेस को मजबूती प्रदान करेगा। यह पट्टी दिल्ली और पंजाब की हवाई पट्टियों से भी करीब है, जिससे वायुसेना को तत्काल सहायता मिल सकेगी। हालांकि, इस हवाई अड्डे को संचालित करने के लिए अभी तक डीजीसीए से लाइसेंस प्राप्त नहीं हुआ है, जिसके कारण डोमेस्टिक फ्लाइट्स का संचालन नहीं हो पा रहा है।
आसमान में गूंजती आवाज़, लेकिन दिखे नहीं विमान
मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे आसमान में लड़ाकू विमानों की आवाज़ सुनाई दी, लेकिन कोई विमान दृश्य में नहीं आया। यह निरीक्षण वायुसेना के अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी, और बिना इजाजत के किसी बाहरी व्यक्ति को एयरपोर्ट में प्रवेश की अनुमति नहीं थी।
अधिकारी और सामान की सख्त जांच
इस ट्रायल के लिए 15 से ज्यादा अधिकारी हिसार पहुंचे हुए हैं। एयरपोर्ट पर कई गाड़ियां सामान लेकर पहुंचीं, जिनकी जांच के बाद ही उन्हें अंदर जाने दिया गया। वायुसेना ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
इमरजेंसी के लिए तैयार हवाई पट्टी
यह हवाई पट्टी वायुसेना के लिए केवल एक विमानन सुविधा नहीं, बल्कि इमरजेंसी की स्थिति में भी इस्तेमाल की जा सकेगी। हिसार का स्थान इसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाता है, जिससे वायुसेना को आपातकाल में त्वरित प्रतिक्रिया की क्षमता मिलेगी।