विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने जानकारी दी कि हिमाचल प्रदेश का शीतकालीन सत्र 18 दिसंबर से शुरू होगा। यह सत्र राज्य की विधानसभा में महत्वपूर्ण चर्चा और निर्णयों का अवसर प्रदान करेगा।
Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस वर्ष 18 दिसंबर से लेकर 21 दिसंबर 2024 तक आयोजित किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इस सत्र की तारीखों की घोषणा की है, जो प्रदेश की राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। इस शीतकालीन सत्र का आयोजन धर्मशाला स्थित तपोवन में किया जाएगा, जो एक प्रमुख पर्यटन स्थल और धार्मिक केंद्र भी है। इस सत्र में कुल चार बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिनमें प्रदेश के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। यह सत्र वर्तमान कांग्रेस सरकार का सातवां सत्र होगा, जो हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण स्थान रखेगा।
राज्यपाल से स्वीकृति प्राप्त करने की प्रक्रिया
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि विदेश दौरे से लौटते ही उन्होंने प्रदेश सरकार के सत्र आयोजन के प्रस्ताव को मंजूरी दी और इसे राज्यपाल की स्वीकृति के लिए राजभवन भेज दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी और सत्र की अधिसूचना जारी की जाएगी। इसके साथ ही सत्र के आयोजन की सारी तैयारी और व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए वे खुद धर्मशाला का दौरा करेंगे।
सियोल से जारी किए गए दिशा-निर्देश
विधानसभा अध्यक्ष ने सियोल में रहते हुए ही जिला कांगड़ा प्रशासन को तपोवन में सत्र आयोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे। उन्होंने इस सत्र की व्यवस्था के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन पर डाली थी। अब सत्र की शुरुआत से पहले अधिकारियों द्वारा सभी व्यवस्थाओं का अंतिम निरीक्षण किया जाएगा ताकि सत्र के आयोजन में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
विधानसभा सचिवालय में स्वागत समारोह
विदेश दौरे से लौटने के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया का हिमाचल विधानसभा सचिवालय परिसर में भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक मलेन्द्र राजन, और विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया। विधानसभा अध्यक्ष ने अपने विदेश दौरे को 'शिक्षाप्रद और जानकारीपूर्ण' बताया और कहा कि इस दौरे ने उन्हें विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर नए दृष्टिकोण प्रदान किए।