Himachal Disaster: हिमाचल में कुदरत का कहर; बाढ़-भूस्खलन से मचा हाहाकार, हाईवे सहित 583 सड़कें बंद

Himachal Disaster: हिमाचल में कुदरत का कहर; बाढ़-भूस्खलन से मचा हाहाकार, हाईवे सहित 583 सड़कें बंद
अंतिम अपडेट: 3 घंटा पहले

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी ने तबाही मचा दी है। कुल्लू और मंडी जिलों में अचानक आई बाढ़ से कई वाहन बह गए, जबकि भूस्खलन के कारण सैकड़ों सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं।

शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी ने तबाही मचा दी है। कुल्लू और मंडी जिलों में अचानक आई बाढ़ से कई वाहन बह गए, जबकि भूस्खलन के कारण सैकड़ों सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। प्रदेश में पांच राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 583 सड़कें बंद हैं, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर लोगों को घरों में रहने की सलाह दी हैं।

बाढ़ और भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित

प्रदेश के कुल्लू, चंबा, कांगड़ा, मंडी और लाहौल-स्पीति में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते सड़कों पर मिट्टी और मलबे के बड़े ढेर जमा हो गए हैं। कुल्लू जिले में बाढ़ के कारण कई गाड़ियां कीचड़ में धंस गईं, जबकि कुछ तेज बहाव में बह गईं। प्रशासन के अनुसार, मनाली-लेह हाईवे सहित कई महत्वपूर्ण मार्ग बाधित हो गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।

बिजली और जल आपूर्ति भी ठप

भारी बारिश और बर्फबारी के कारण राज्य में 2263 वितरण ट्रांसफार्मर (डीटीआर) बंद हो गए हैं, जिससे कई इलाकों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। साथ ही 279 जल आपूर्ति योजनाएं ठप होने से पानी की भारी किल्लत हो गई है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी दी है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण किन्नौर, लाहौल-स्पीति और कुल्लू के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अनुमान है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी हैं।

सीएम सुक्खू ने की अपील

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जनता से सतर्क रहने और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा, "हम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। नदियों और नालों से दूर रहें, क्योंकि जलस्तर बढ़ने से खतरा बना हुआ है। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और बचाव कार्य जारी हैं।" राज्य प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें लगातार बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।

कुल्लू, मंडी और शिमला में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मनाली और कुल्लू में बिजली बहाल करने का काम तेजी से जारी है, लेकिन खराब मौसम के कारण कई जगहों पर राहत अभियान में दिक्कतें आ रही हैं। मनाली में एक फुट तक बर्फबारी दर्ज की गई है, जिसके चलते शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है। भारी बर्फबारी के कारण पर्यटक भी फंस गए हैं। प्रशासन ने उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश जारी किए हैं।

कुल्लू के उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने लोगों से अपील की है कि वे घर से बाहर न निकलें और जल स्तर कम होने तक सुरक्षित स्थानों पर रहें। उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों में पानी का बहाव तेज हो सकता है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती हैं।

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