ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद असदउद्दीन ओवैसी जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक सभा में समय पर नहीं पहुंच सके, क्योंकि सभा के आयोजन की अनुमति में देरी हुई। आयोजक और प्रत्याशी बाबर खान ने बताया कि कुछ लोगों ने कार्यक्रम में व्यवधान डालने की कोशिश की, लेकिन मुसलमान समुदाय ने समझदारी से काम लिया और स्थिति को शांतिपूर्ण रखा।
जमशेदपुर: एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सोमवार को जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में अपने प्रचार कार्यक्रम के लिए झारखंड नहीं पहुंच सके, जिससे सभा में आए मुस्लिम समुदाय के लोग निराश हो गए। ओवैसी की सभा मानगो आजादनगर स्थित ईदगाह मैदान में आयोजित की गई थी। आयोजक और प्रत्याशी बाबर खान ने पहले एक बजे, फिर तीन बजे ओवैसी के आने की सूचना दी थी, जिसके बाद एक बड़ी भीड़ जमा हो गई थी। मौलाना शमसादुल कादरी समेत अन्य मौलानाओं ने सभा को संबोधित किया और धीरे-धीरे भीड़ बढ़ने लगी।
लेकिन जब यह सूचना मिली कि असदुद्दीन ओवैसी सभा में नहीं आएंगे, तो लोगों ने सभा स्थल से जाना शुरू कर दिया और मैदान खाली हो गया। इस घटना ने उपस्थित लोगों को निराश किया, क्योंकि वे ओवैसी के आने का इंतजार कर रहे थे।
बाबर खान ने बताई ओवैसी की सभा में नहीं आने की वजह
बाबर खान ने बताया कि असदुद्दीन ओवैसी को जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र की सभा में आना था, लेकिन अनुमति मिलने में देरी के कारण वह नहीं आ सके। उन्होंने कहा कि सभा के दौरान कुछ लोगों ने व्यवधान डालने की कोशिश की, लेकिन यहां के मुसलमान समझ गए हैं कि अब वे किसी के झांसे में नहीं आने वाले हैं। बाबर खान ने इस दौरान लोगों से "पतंग छाप" पर मुहर लगाने की अपील की, जो उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न हैं।
एआईएमआईएम ने झारखंड विधानसभा चुनाव में सात सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जिनमें पाकुड़, महागामा, रांची, जमशेदपुर पश्चिम, बड़कागांव, चतरा और गढ़वा शामिल हैं। इसके अलावा, पार्टी दूसरे चरण की सीटों पर भी उम्मीदवार उतार सकती है, जैसा कि चुनावी रणनीति से अनुमान लगाया जा रहा हैं।