अब्दुल रहीम राथर ने जम्मू-कश्मीर के विधानसभा के पहले स्पीकर के रूप में पदभार ग्रहण किया है। राथर, जो कि चरार-ए-शरीफ से सातवीं बार विधायक चुने गए हैं, को इस पद के लिए कृषि मंत्री जावेद अहमद डार द्वारा प्रस्तावित किया गया था। उन्हें विधानसभा का अध्यक्ष चुने जाने पर ध्वनि मत से समर्थन मिला।
श्रीनगर: नेशनल कान्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता अब्दुल रहीम राथर को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले विधानसभा स्पीकर के रूप में चुना गया है। राथर, जो चरार-ए-शरीफ से सात बार विधायक रह चुके हैं, को विपक्षी दलों द्वारा इस पद के लिए चुनाव न लड़ने के निर्णय के बाद ध्वनि मत से अध्यक्ष चुना गया। प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल ने विधानसभा के स्पीकर का चुनाव कराया, जिससे राथर की नियुक्ति प्रक्रिया संपन्न हुई।
कृषि मंत्री जावेद अहमद डार ने अब्दुल रहीम राथर के नाम को स्पीकर पद के लिए प्रस्तावित किया, जबकि नेशनल कान्फ्रेंस के विधायक रामबन अर्जुन सिंह राजू ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। स्पीकर बनने के बाद, अब्दुल रहीम राथर को सदन के नेता उमर अब्दुल्ला और विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने स्पीकर की कुर्सी तक पहुंचाया। राथर की अध्यक्षता में विधानसभा की कार्यवाही में सभी पक्षों के बीच सहयोग और संवाद को बढ़ावा देने की उम्मीद हैं।
राथर पहले भी रह चुके हैं विधानसभा अध्यक्ष
अब्दुल रहीम राथर का राजनीतिक करियर जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उन्होंने पहले भी जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अध्यक्ष का पद संभाला है। राथर ने 2002 से 2008 तक पीडीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार के समय विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया। उन्होंने सात बार विधायक बनने का रिकॉर्ड बनाया है, पहली बार 1977 में चरार-ए-शरीफ क्षेत्र से चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने 1983, 1987, 1996, 2002 और 2008 में लगातार पांच बार विधानसभा के लिए चुना गया।
हालांकि, साल 2014 में वह पीडीपी के गुलाम नबी लोन से हार गए थे, लेकिन अब वह फिर से विधायक के रूप में चुने गए हैं। राठर ने वित्त मंत्री के रूप में भी कार्य किया है और उनकी उम्र 80 वर्ष है। सदन की कार्यवाही का उन्हें गहरा अनुभव है, जो उनके नेतृत्व में विधानसभा के कामकाज को सुचारु बनाने में मदद करेगा।
सीएम अब्दुल्ला ने दी राथर को बधाई
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अब्दुल रहीम राठर को विधानसभा स्पीकर बनने पर बधाई दी है। उन्होंने राठर की नियुक्ति को "नेचुरल चॉइस" करार देते हुए कहा कि विधानसभा में किसी ने भी उनके खिलाफ आवाज नहीं उठाई। उमर अब्दुल्ला ने राठर के अनुभव की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने शेख अब्दुल्ला से लेकर वर्तमान समय तक विभिन्न मुख्यमंत्रियों के साथ जम्मू-कश्मीर के लोगों की सेवा की है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि राठर अपने नए पद पर सभी सदस्यों की रक्षा करेंगे और सदन की गरिमा को बनाए रखेंगे।