तीन साल के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा 30 जून 2025 से शुरू होगी। उत्तराखंड सरकार और विदेश मंत्रालय ने मिलकर आयोजन किया है। आवेदन और चयन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।
Kailash Manasarovar Yatra: तीन साल के लंबे इंतजार के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर शुरू होने जा रही है। उत्तराखंड सरकार और विदेश मंत्रालय के संयुक्त प्रयास से इस पवित्र यात्रा की शुरुआत 30 जून 2025 से होगी। आइए जानते हैं इस बार यात्रा से जुड़ी खास बातें और आवेदन का तरीका।
कोविड-19 के बाद पहली बार हो रही यात्रा
कोविड-19 महामारी के चलते तीन सालों से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर रोक लगी थी। लेकिन अब सरकार ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है। यात्रा 30 जून से अगस्त 2025 तक चलेगी।
इस बार आवेदन और चयन प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल
सरकार ने इस बार आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है। इच्छुक श्रद्धालुओं को kmy.gov.in वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। आवेदन के बाद यात्रियों का चयन कंप्यूटर द्वारा तैयार की गई निष्पक्ष और जेंडर बैलेंस्ड रैंडम प्रक्रिया के जरिए किया जाएगा।
यात्रा के जत्थों का प्लान
- यात्रा में कुल 5 जत्थे शामिल होंगे, जिनमें प्रत्येक जत्थे में 50 यात्री होंगे।
- इसके अलावा 10 जत्थे और बनाए जाएंगे, जो लिपुलेख दर्रे (उत्तराखंड) और नाथू ला दर्रे (सिक्किम) के रास्ते से यात्रा करेंगे।
- हर जत्थे में यात्रियों की संख्या 50 रहेगी।
आवेदन के लिए क्या करें?
- रजिस्ट्रेशन के लिए kmy.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- चयन के बाद ईमेल और वेबसाइट के जरिए सूचित किया जाएगा।
साल 2015 से कम्प्यूटरीकृत प्रक्रिया
साल 2015 से ही कैलाश मानसरोवर यात्रा की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन और कम्प्यूटरीकृत है। आवेदकों को किसी प्रकार के पत्र या फैक्स भेजने की जरूरत नहीं है। वेबसाइट पर फीडबैक और सुझाव भी दर्ज किए जा सकते हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
- केवल आधिकारिक वेबसाइट के जरिए ही आवेदन करें।
- सभी दस्तावेज सही और अपडेटेड होने चाहिए।
- यात्रा से पहले स्वास्थ्य जांच कराना अनिवार्य होगा।