इस साल सरकार ने 156 कॉकटेल ड्रग्स पर प्रतिबंध लगा दिया है, ताकि लोगों को इन दवाओं के संभावित नुकसान से बचाया जा सके। इनमें दर्द, बुखार और इंफेक्शन जैसी समस्याओं के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाएं भी शामिल हैं।
Year Ender 2024
नया साल 2025 अब कुछ ही दिन दूर है, और 2024 का समय जल्द ही खत्म होने वाला है। इस साल मेडिकल सेक्टर में कुछ अहम घटनाएं हुईं, जिनमें से कई सकारात्मक तो कुछ नकारात्मक रही। अगस्त महीने में, केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 156 फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (FDC) दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया। सरकार का कहना था कि इन दवाओं के इस्तेमाल से स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है, इसलिए इन्हें देशभर में प्रतिबंधित किया गया है।
यह निर्णय काफी चौंकाने वाला था, क्योंकि फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन ड्रग्स, जिन्हें कॉकटेल ड्रग्स भी कहा जाता है, एक ही गोली में कई दवाइयों का मिश्रण होते हैं। इन दवाओं के खतरनाक प्रभावों को लेकर अब जागरूकता बढ़ी है। आइए जानते हैं कि कौन सी दवाएं इस साल प्रतिबंधित की गई हैं, और अब ये दवाएं बाजार में नहीं मिलेंगी।
2024 में बंद होने वाली दवाएं
· दर्द और बुखार की दवाएं: पैरासिटामोल और मेफेनिक एसिड का मिश्रण, जो ऑस्टियोऑर्थराइटिस और पीरियड दर्द के इलाज में इस्तेमाल होता था, अब उपलब्ध नहीं होगा।
· यूरिन इंफेक्शन की दवाएं: ऑफलोक्सासिन और फ्लेवोजेट का कॉम्बिनेशन, जो यूरिन इंफेक्शन के इलाज में काम आता था, अब बैन कर दिया गया है।
· महिलाओं की इनफर्टिलिटी की दवाएं: क्लोमिफेन और एसिटाइलसिस्टीन के मिश्रण से बनी दवाएं, जो महिलाओं की इनफर्टिलिटी के इलाज में उपयोग होती थीं, अब नहीं मिलेंगी।
· दिमाग तेज करने वाली दवाएं: जिंको बिलोबा, पिरासेटम और विनपोसेटिन के मिश्रण वाली दवाओं पर भी बैन लगा दिया गया है।
· आंखों की दवाएं: आंखों में इंफेक्शन के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं के कॉम्बिनेशन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिनमें नेफ़ाज़ोलिन, फिनाइलफ्राइन और बोरिक एसिड शामिल हैं।
· पेट दर्द, एसिडिटी और उल्टी की दवाएं: सुक्रालफेट-डोमपेरिडोन और पैंटोप्राजोल मिश्रित दवाएं अब बाजार में नहीं मिलेंगी।
· डायबिटीज की दवाएं: मेटफॉर्मिन और उर्सोडॉक्सिकोलिक एसिड का मिश्रण अब डायबिटीज के मरीजों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है, विशेष रूप से उन मरीजों के लिए जिन्हें फैटी लिवर की समस्या है।
· कील-मुंहासे वाली दवाएं: एज़िथ्रोमाइसिन और एडापेलीन के मिश्रण वाली दवाएं, जो कील-मुंहासे के इलाज के लिए प्रचलित थीं, अब बैन कर दी गई हैं।
· खुजली की दवाएं: फ्लुओसिनोलोन एसीटोनाइड, जेंटामाइसिन और माइक्रोनाज़ोल के मिश्रण पर बैन लगाया गया है, साथ ही क्लोट्रिमेज़ोल और माइकोनाज़ोल भी अब उपलब्ध नहीं होंगे।
· हेयरफॉल वाली दवाएं: मिनोक्सिडिल और एज़ेलिक एसिड का कॉम्बिनेशन, जो हेयरलॉस के इलाज में इस्तेमाल होता था, अब बाजार में उपलब्ध नहीं होगा।
· सेक्स कैपसिटी बढ़ाने वाली दवाएं: सिल्डेनाफिल साइट्रेट, पापावेरिन और एल-आर्जिनिन का मिश्रण अब पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
· साबुन और आफ्टरशेव लोशन:एलोवेरा और विटामिन ई से बने साबुन, और मेट्रोनिडाजोल के मिश्रण से बने आफ्टरशेव लोशन पर भी बैन लगा दिया गया है।
सरकार का यह कदम लोगों को इन दवाओं से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों से बचाने के लिए उठाया गया है, ताकि नागरिकों की सेहत को सुरक्षित रखा जा सके।