केरल के वायनाड जिले के पहाड़ी इलाकों में तेज बारिश के कारण भयानक भूस्खलन की खबर मिली है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 100 से ज्यादा लोगों के मलबे में फंसने की आशंका है। इस दौरान फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया हैं।
Wayanad Landslides: केरल के वायनाड जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन से गंभीर हालात बने हुए हैं। इस प्रकार के भूस्खलन अधिक बारिश की वजह से अक्सर बड़े पैमाने पर तबाही और जनहानि का कारण बन सकते हैं। वर्तमान में स्थानीय मीडिया और रिपोर्टों के अनुसार, इस भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। अभी तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है।
भूस्खलन में 12 लोगों की मौत
मिली जानकारी के मुताबिक, यह हादसा वायनाड जिले के मेप्पडी, मुंडक्कई टाउन, और चूरल माला जैसे क्षेत्रों में आज यानि 30 जुलाई को सुबह तेज बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिसमें 12 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर 8 लोगों की मौत की सूचना दी गई है, जिसमें एक बच्चा भी शामिल है। यह आंकड़ा समय के साथ बदल सकता है, क्योंकि अभी राहत और बचाव कार्य जारी है और अधिक जानकारी अपडेट हो सकती है।
वायनाड के कई इलाकों में भूस्खलन
भूस्खलन के परिणामस्वरूप वायनाड जिले में स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है। बताया जा रहा है कि मुंडक्कई टाउन में रात करीब 1 बजे पहला भूस्खलन हुआ, जिसके बाद बचाव कार्य चल ही रहे थे कि सुबह 4 बजे चूरल माला में दूसरा भूस्खलन हो गया। इस दूसरे भूस्खलन ने एक स्कूल को प्रभावित किया, जो वर्तमान में एक राहत शिविर के रूप में कार्यरत था, साथ ही आस-पास के घरों और दुकानों को भी नुकसान पहुंचाया। पानी और कीचड़ के भर जाने से हालात और भी कठिन हो गए हैं।
100 से अधिक लोगों के फंसने की आशंका
स्थानीय लोगों ने सूचित किया है कि सैकड़ों लोग भूस्खलन के मलबे में दबे हुए हो सकते हैं। इससे स्थिति की गंभीरता और बढ़ गई है। अधिकारियों का कहना है कि लगातार हो रही भारी बारिश बचाव अभियान में बाधा डाल रही है, जिससे मलबा हटाने और फंसे हुए लोगों को निकालने में कठिनाई हो रही है।
इस समय उचित समन्वय और अतिरिक्त संसाधनों के साथ-साथ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है कि राहत और बचाव कार्य जल्द ही अधिक प्रभावी होंगे और प्रभावित लोगों को सुरक्षित निकाला जा सकेगा।
बचाव के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
जानकारी के अनुसार, इस भूस्खलन में घायल हुए 50 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। अभी भी कई लोगों के इस दबे होने की आशंका हैं इस के तहत राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं। स्थानीय प्रशासन और राहत एजेंसियां पूरी कोशिश कर रही हैं कि रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द सहायता पहुंचाई जा सके और भूस्खलन के कारण फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। दमकल विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को पहले ही तैनात किया गया है, और अब कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी वायनाड में भेजा गया है। इन टीमों की मदद से राहत और बचाव कार्यों को और अधिक संगठित तरीके से संचालित किया जा रहा है।
वायनाड पहुंचे सीएम पिनाराई
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भूस्खलन के संकट को गंभीरता से लेते हुए स्पष्ट किया है कि सभी सरकारी एजेंसियां खोज और बचाव दल अभियान में शामिल हो गई हैं। उन्होंने कहा कि बचाव अभियानों का समन्वय सुनिश्चित किया जाएगा। इस दौरान स्थिति का जायजा लेने सीएम भी वायनाड पहुंच रहे हैं ताकि रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व कर सकें।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि वायनाड जिले में भूस्खलन और लगातार बारिश के कारण उत्पन्न आपदाओं के मद्देनजर, स्वास्थ्य विभाग (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) ने एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है। इस कंट्रोल रूम का उद्देश्य प्रभावित लोगों को चिकित्सा सेवाएं और आवश्यक सहायता प्रदान करना है।
केरल में IMD ने जारी किया अलर्ट
बतया जा रहा है कि मौसम विभाग ने केरल में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है, जिससे स्थिति और अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के अधिकतर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश हो सकती है।
इस दौरान IMD की रिपोर्ट ने अगले 3 घंटों में केरल में छिटपुट गरज के साथ बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई है। वायनाड जिले में भी बारिश का पूर्वानुमान है, जो पहले से ही भूस्खलन से प्रभावित है और बचाव कार्यों में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
पीएम मोदी ने हादसे पर जताया दुःख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के वायनाड जिले में हुए भूस्खलन के हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और इस संकट की घड़ी में प्रभावित लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव समर्थन का आश्वासन दिया है।
पीएम मोदी ने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा कि वह वायनाड के कुछ हिस्सों में हुए भूस्खलन से दुखी हैं और उनके विचार उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। उन्होंने घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और बताया कि सभी प्रभावित लोगों की मदद के लिए बचाव अभियान चल रहा है।