किसान आंदोलन : सीएम केजरीवाल ने किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का किया समर्थन, कहा - 'अन्नदाता को जेल में डालना गलत है'
दिल्ली: अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने मंगलवार (13 फरवरी 2024) को राष्ट्रीय राजधानी (दिल्ली) में किसानों के मार्च के समर्थन में बवाना स्टेडियम को अस्थायी जेल में बदलने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत (kailash gahlot) ने मुख्य सचिव नरेश कुमार (Naresh Kumar) को पत्र लिखकर अनुमति देने से इनकार कर दिया और किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च के प्रति एकजुटता व्यक्त की।
दिल्ली सरकार किसानों के पक्ष में
AAP के नेता कैलाश गहलोत ने पत्र में लिखा -कि किसानों की मांगें वास्तविक हैं, प्रत्येक नागरिक को शांतिपूर्ण तरिके से विरोध करने का अधिकार है। इसलिए, किसानों को गिरफ्तार करना गलत होगा, वे हमारे अन्नदाता हैं। केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने कहा की किसानों की मांग जायज है, उनका विरोध करना गलत नहीं है। हम बवाना स्टेडियम को अस्थायी जेल में बदलने की इजाजत नहीं दे सकते।
AAP नेता ने कहा 'केंद्र सरकार को उनसे बातचीत करनी चाहिए और उनकी वास्तविक समस्या को सुलझाने का प्रयास किया जाना चाहिए। दिल्ली में आप (AAP) सरकार ने मार्च किसानों के साथ एकजुटता दिखाई और पंजाब पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को नहीं रोका।
'दिल्ली चलो मार्च' के किसानों ने क्या कहा
किसानों के द्वारा सुबह 10 बजे से शुरू किया गया, जिसमें किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के मध्य की सीमा राज्य की नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा की तरह नजर आती है। किसान मजदुर संघर्ष समिति के महासचिव पंढेर ने कहा कि आज भी हम सड़क अवरुद्ध के लिए नहीं कह रहे हैं। सरकार ने पिछले दो-तीन दिनों से सड़क को अवरुद्ध कर रखा है। साथ में हम 6 महीने का राशन लेके आये हैं अब अपनी मांगो को पूरा करवाकर ही जायेंगे।