Maha Kumbh: महाकुंभ मेला क्षेत्र में रविवार को एक बड़ी आग की घटना ने प्रशासन को सचेत कर दिया। गीता प्रेस के कैंप में लगी आग ने कुल 175 कैंपों को जलाकर राख कर दिया, लेकिन राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। आग को बुझाने में अग्निशमन विभाग की टीम ने तत्परता से काम किया और स्थिति को नियंत्रण में लाया। सोमवार को इस घटना का जायजा लेने के लिए अग्निशमन विभाग के डीजी अविनाश चौहान ने घटनास्थल का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर विश्वास जताया।
डीजी अविनाश चौहान का आश्वासन
अग्निशमन विभाग के डीजी अविनाश चौहान ने महाकुंभ में लगी आग की घटना पर प्रतिक्रिया दी और बताया कि मेले में सुरक्षा व्यवस्थाएं पहले से ही मजबूत की गई हैं, लेकिन अब इन्हें और अधिक मज़बूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आग से संबंधित घटनाओं को रोकने के लिए मेला क्षेत्र में अग्निशमन व्यवस्था को और बेहतर किया जाएगा। "हम रिसोर्स को मेला क्षेत्र में और मजबूत करेंगे। आसपास के जनपदों से कर्मचारियों को बुलाकर तैनात किया जाएगा और इन घटनाओं से सीखते हुए प्रतिक्रिया समय को और कम करने की कोशिश करेंगे," उन्होंने कहा।
फायर ब्रिगेड की क्षमता को किया गया दोगुना
अग्निशमन विभाग की ओर से मेला क्षेत्र में 195 स्थानों पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की तैनाती की गई है। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि किसी भी प्रकार की घटना की स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया की जा सके। डीजी चौहान ने बताया कि उनके कर्मचारी हमेशा तैनात रहते हैं और तुरंत रिस्पॉन्स करते हैं, जिससे कोई भी घटना समय पर नियंत्रित की जा सके।
गीता प्रेस के ट्रस्टी की ओर से प्रशासन की तारीफ
वहीं, गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमकर ने भी प्रशासन की तत्परता की सराहना की। उन्होंने बताया कि आग की शुरुआत एक चिंगारी से हुई थी जो आसपास के पंडालों से आई थी, जहां शायद कोई खाना बना रहा था। खेमकर ने कहा कि प्रशासन की गाड़ियां आग की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस घटना में कोई साज़िश नहीं थी और प्रशासन ने तुरंत मदद की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुनर्वास आदेश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना के बाद प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने मेला प्रशासन को 4 से 5 दिनों के भीतर पुनर्वास की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। खेमकर ने बताया कि मुख्यमंत्री ने राहत कार्य में प्रशासन को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश भी प्रशासन तक पहुंचा, जिसमें उन्होंने घटना में हुई क्षति पर खेद जताया और प्रभावितों को जल्द पुनर्वास की दिशा में सहयोग का आश्वासन दिया।
महाकुंभ की सुरक्षा के लिए भविष्य में उठाए जाएंगे कई कदम
महाकुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने गंभीरता से कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अब तक जो भी कदम उठाए गए हैं, उन पर समीक्षा की जा रही है और भविष्य में आग जैसी घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। डीजी चौहान ने कहा कि वे इस तरह की घटनाओं से पूरी तरह निपटने के लिए नई रणनीतियों पर काम करेंगे और मेले की सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाएंगे।
महाकुंभ में रविवार को हुई आग की घटना ने प्रशासन और सुरक्षा विभाग की योजनाओं को फिर से चुनौती दी है, लेकिन राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। प्रशासन और अग्निशमन विभाग ने अपनी त्वरित कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रित किया, जबकि मुख्यमंत्री और प्रशासन ने प्रभावितों को जल्द से जल्द पुनर्वास का आश्वासन दिया है। इस घटना से प्रशासन को महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करने का एक और मौका मिला है, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।