महाकुंभ 2025 के दृष्टिकोण से कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर का एक बड़ा बयान सामने आया है। देवकीनंदन ठाकुर ने महाकुंभ में गैर-सनातन धर्मियों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि दूसरे धर्मों के लोग केवल सनातन धर्म की आस्था को नुकसान पहुँचाने और हमारे धार्मिक कृत्यों में विघ्न डालने के लिए आएंगे। उनका यह बयान तब आया जब उन्होंने ABP News से खास बातचीत में महाकुंभ को लेकर अपनी राय रखी।
महाकुंभ में गैर-सनातन धर्मियों की एंट्री पर रोक क्यों जरूरी है?
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, “अगर हम मक्का जाने की बात नहीं करते तो दूसरे धर्म के लोग हमारे महाकुंभ में क्यों आएंगे? उन्हें हमारा पूजा पद्धति या धार्मिक आस्थाओं को भंग करने का कोई अधिकार नहीं है। वह महाकुंभ में सिर्फ हमारी आस्था को विकृत करने के लिए आएंगे। हमें अपनी पूजा विधियों की रक्षा करनी है और यह हमारी जिम्मेदारी है, इसमें किसी भी नेता या अन्य व्यक्ति को हस्तक्षेप करने की जरूरत नहीं है।”
महाकुंभ के दौरान सनातन धर्मियों को जागरूक करने की योजना
इसके साथ ही देवकीनंदन ठाकुर ने यह भी कहा कि वह महाकुंभ के दौरान सनातन धर्मियों को जागरूक करेंगे। उनका मानना है कि अगर सनातन धर्मी एकजुट हो जाएं तो भारत एक बार फिर से विश्व गुरु बन सकता है। ठाकुर ने कहा, “महाकुंभ के इस पवित्र मौके पर सनातन धर्मियों को एकजुट कर हम एक मजबूत संदेश देंगे, जिससे पूरी दुनिया जागेगी।”
सनातन बोर्ड की स्थापना की मांग
उन्होंने महाकुंभ से जुड़े एक और अहम विषय पर बात की, और वह था सनातन बोर्ड के गठन की मांग। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि धर्म संसद में प्रस्ताव पास करके मठ-मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि यह कदम सनातन धर्म की अस्मिता की रक्षा के लिए उठाया जाएगा।
भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की जोरदार अपील
देवकीनंदन ठाकुर ने महाकुंभ की धरती से भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की अपील की। उनका कहना था, “भारत पहले से ही एक हिंदू राष्ट्र है और हमें इस बात को संविधान के अनुसार औपचारिक तौर पर घोषित करना चाहिए।”
अद्भुत संदेश देने की तैयारी
ठाकुर ने यह भी कहा कि महाकुंभ से एक ऐसा संदेश दिया जाएगा जो न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया को सुनाई देगा। उनका मानना है कि महाकुंभ के माध्यम से वह सनातन धर्म की मजबूत नींव और उसकी शक्ति को दुनिया के सामने लाएंगे।
भूमि पूजन और महाकुंभ की तैयारियां
महाकुंभ 2025 के लिए अपनी तैयारियों के तहत देवकीनंदन ठाकुर प्रयागराज में भूमि पूजन के लिए पहुंचे थे। उन्होंने यहां शिविर लगाने की योजना बनाई है, जिससे सनातन धर्म की उपासना को और बढ़ावा मिलेगा।
देवकीनंदन ठाकुर का यह बयान महाकुंभ 2025 के संदर्भ में अहम है, क्योंकि उन्होंने अपने विचारों के माध्यम से सनातन धर्म की रक्षा और महाकुंभ में अन्य धर्मों की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका यह बयान महाकुंभ की भविष्यवाणी के रूप में सामने आया है, जिसमें वह सनातन धर्म के सम्मान और उसकी सही दिशा में काम करने की बात कर रहे हैं।