महाराष्ट्र चुनाव के बाद मुख्यमंत्री और मंत्रियों के नामों पर चर्चा के बाद आज 15 दिसंबर को महायुति के नए मंत्री नागपुर में शपथ लेंगे। मंत्रालयों का बंटवारा तय हो चुका है, जानें किसे क्या मिला।
Maharashtra Cabinet: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों के 21 दिन बाद महायुति सरकार का कैबिनेट विस्तार आज, 15 दिसंबर को नागपुर में होगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट), और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) को इस चुनाव में रिकॉर्ड बहुमत मिला था। अब सबकी नजरें नए मंत्रियों के नाम और मंत्रालयों के बंटवारे पर हैं।
कैबिनेट विस्तार का कार्यक्रम
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पुष्टि की है कि नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह नागपुर के राजभवन में शाम 4 बजे होगा। यह समारोह शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर आयोजित किया जा रहा है। 16 दिसंबर से नागपुर में राज्य सरकार का शीतकालीन सत्र शुरू होगा।
नए फॉर्मूले के तहत बंटेंगे मंत्रालय
महायुति गठबंधन के कैबिनेट विस्तार का फॉर्मूला तय हो चुका है। सूत्रों के अनुसार, भाजपा को 21 मंत्री पद, शिवसेना (शिंदे गुट) को 13 और एनसीपी (अजित पवार गुट) को 9 मंत्री पद मिलेंगे। हालांकि, गठबंधन में नॉन परफॉर्मर माने जाने वाले नेताओं को इस बार मंत्री पद से बाहर रखा जा सकता है।
शिंदे गुट के 4 नेता,
भाजपा के 3 नेता,
अजित पवार गुट के 2 नेता,
पिछली सरकार में मंत्री रहे इन नेताओं को इस बार मौका नहीं दिया जा सकता।
महत्वपूर्ण मंत्रालयों का बंटवारा
सूत्रों की मानें तो गृह मंत्रालय भाजपा के पास ही रहेगा। शिवसेना को एक अतिरिक्त मंत्रालय दिए जाने की संभावना है, जबकि अजित पवार को वित्त मंत्रालय मिल सकता है। भाजपा की मंत्रिपरिषद में कुछ नए चेहरे शामिल हो सकते हैं।
मंत्री बंगले तैयार
नए मंत्रियों के लिए नागपुर में फाइव स्टार सुविधाओं वाले बंगले तैयार किए गए हैं। लोक निर्माण विभाग ने इन बंगलों में एक कार्यालय, दो शयनकक्ष, भोजन कक्ष और बैठक कक्ष की व्यवस्था की है।
देवेंद्र फडणवीस ने सीएम पद की ली शपथ
चुनाव के नतीजे आने के बाद महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री के तौर पर देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली। एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। अब कैबिनेट विस्तार के साथ, सरकार की प्राथमिकताएं और रणनीति स्पष्ट होने की उम्मीद है।
शीतकालीन सत्र पर नजरें
महाराष्ट्र सरकार का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से नागपुर में शुरू होगा। इससे पहले कैबिनेट विस्तार यह संकेत देगा कि सरकार किन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी। नागपुर में शपथ ग्रहण समारोह और शीतकालीन सत्र के चलते राजनीतिक हलचल तेज है।