संजय राउत ने राहुल गांधी के लेख का समर्थन करते हुए कहा कि चुनाव आयोग पर उठे सवालों का जवाब बीजेपी नहीं, आयोग दे। उन्होंने फडणवीस पर तंज कसा और चुनावी धांधली के आरोप दोहराए।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत में लेखों के ज़रिए जुबानी जंग तेज़ हो गई है। राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में धांधली के आरोप लगाते हुए एक लेख प्रकाशित किया गया, जिस पर अब शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी का लेख पूरे देश में पढ़ा गया है और उसमें उठाए गए सवालों का जवाब बीजेपी को नहीं, बल्कि चुनाव आयोग को देना चाहिए।
राहुल गांधी ने लगाए थे गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने नवंबर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को "मैच फिक्सिंग" जैसा बताया था और लिखा था कि यह लोकतंत्र के लिए एक गंभीर खतरा है। उन्होंने अपने लेख में मतदाता सूची में गड़बड़ी, अचानक 60 लाख नए वोटर जुड़ने और चुनाव आयोग द्वारा पैनल बदलने जैसे मामलों को प्रमुख मुद्दों के तौर पर उठाया। उनके अनुसार, इन सभी कार्रवाइयों ने चुनाव को निष्पक्ष नहीं रहने दिया।
'फडणवीस चाहे गीता भी लिखें, फर्क नहीं पड़ेगा' - संजय राउत
संजय राउत ने कहा कि उन्होंने देवेंद्र फडणवीस का लेख नहीं पढ़ा, लेकिन राहुल गांधी का लेख देश की आम जनता तक पहुंच चुका है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "फडणवीस चाहे लेख लिखें या गीता भी लिख लें, कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्हें अब कोई पढ़ता नहीं है।" उनका मानना है कि जिन सवालों को राहुल गांधी ने उठाया है, वे संविधानिक प्रक्रिया से जुड़े हुए हैं और इनका जवाब केवल चुनाव आयोग को देना चाहिए।
चुनाव आयोग पर सवाल, तो जवाब भी वही दे
राउत ने कहा कि राहुल गांधी ने जो आरोप लगाए हैं, उनमें सबसे बड़ा निशाना चुनाव आयोग है। ऐसे में देवेंद्र फडणवीस को बीच में आने की ज़रूरत नहीं है। उनका यह भी कहना था कि यदि इन आरोपों का जवाब बीजेपी दे रही है, तो यह मान लेना चाहिए कि मामला गंभीर है और कुछ छिपाने की कोशिश हो रही है।
'बीजेपी और उनकी गैंग ने चुनाव चुराया' - राउत
संजय राउत ने साफ तौर पर आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के चुनाव "हाईजैक" किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी और उनके सहयोगी शिंदे और अजित पवार की गठबंधन सरकार ने मिलकर चुनावी प्रक्रिया को अपवित्र किया है। उनका कहना है, "अगर हम लोकसभा में इतनी सीटें जीत सकते हैं, तो फिर कुछ महीनों में ही बीजेपी को बहुमत कैसे मिल गया?" उन्होंने संकेत दिया कि यह चुनाव नहीं, बल्कि पहले से तय किया गया नतीजा था।
राहुल गांधी के पास सवाल पूछने का अधिकार है
राउत ने राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कहा कि वे अब लोकसभा में नेता विपक्ष हैं और एक संवैधानिक पद पर हैं। उन्हें जनता और संस्थाओं से सवाल पूछने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा, "यह लोकतंत्र है, और यहां सवाल पूछना गुनाह नहीं, अधिकार है।"
दूसरी ओर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी राहुल गांधी के आरोपों के जवाब में एक लेख लिखा है। उन्होंने लिखा कि विपक्ष जो भी आरोप लगा रहा है, वह पूरी तरह बेबुनियाद हैं और इससे लोकतंत्र की गरिमा को नुकसान पहुंचता है। फडणवीस ने सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग का हवाला देते हुए कहा कि हर संस्था निष्पक्ष तरीके से काम कर रही है और विपक्ष केवल चुनावी हार का बहाना ढूंढ़ रहा है।