राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को “मैच फिक्सिंग” बताया। बीजेपी ने इसे मतदाताओं का अपमान कहा। CM फडणवीस, अमित मालवीय और प्रफुल्ल पटेल ने राहुल पर पलटवार किया। विपक्षी नेताओं ने बयान का समर्थन किया।
Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में "मैच फिक्सिंग" के आरोपों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं। राहुल के बयान पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है, वहीं एनसीपी और शिवसेना (UBT) ने राहुल का समर्थन किया है। सियासी घमासान तेज है और यह मुद्दा अब बिहार चुनाव तक पहुंचता दिख रहा है।
राहुल गांधी के बयान से मची हलचल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में एक अंग्रेजी अखबार में लेख लिखा, जिसमें उन्होंने 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लोकतंत्र पर "सुनियोजित हमला" बताया। उन्होंने इस पूरे चुनाव को "मैच फिक्सिंग" करार देते हुए चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए। राहुल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "कैसे चुराया जाता है चुनाव?" और फिर उन्होंने 5 स्टेप में बताया कि किस तरह से यह कथित फिक्सिंग हुई।
राहुल के आरोप: स्टेप-बाय-स्टेप फिक्सिंग का दावा
राहुल गांधी के अनुसार:
स्टेप 1: चुनाव आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी
स्टेप 2: फर्जी नामों को मतदाता सूची में शामिल करना
स्टेप 3: मतदान प्रतिशत को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना
स्टेप 4: जरूरत वाले क्षेत्रों में फर्जी मतदान कराना
स्टेप 5: इन सभी धांधलियों के सबूतों को छुपाना
राहुल ने कहा कि यह केवल महाराष्ट्र तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अगला निशाना बिहार होगा।
फडणवीस का पलटवार: 'नींद से जागिए राहुल गांधी'
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ने बिहार में हार मान ली है। वो मतदाताओं का अपमान कर रहे हैं। जब तक वो ज़मीन पर नहीं उतरेंगे और तथ्य नहीं समझेंगे, तब तक उनकी पार्टी हारती रहेगी।"
फडणवीस ने राहुल के लेख को लोकतंत्र और मतदाताओं की समझदारी का अपमान बताया और कहा कि यह बयान सस्ती राजनीति का उदाहरण है।
बीजेपी का रुख: 'राजनीतिक साजिश का हिस्सा'
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि राहुल गांधी का उद्देश्य लोकतंत्र की रक्षा नहीं बल्कि "अराजकता फैलाना" है। उन्होंने लिखा, "जब कांग्रेस जीतती है तो सिस्टम अच्छा है, लेकिन जब हारती है तो उसी सिस्टम पर सवाल उठते हैं।" मालवीय ने आरोप लगाया कि यह रणनीति जॉर्ज सोरोस के एजेंडे से प्रेरित है: "संस्थाओं में अविश्वास पैदा कर उन्हें कमजोर बनाना और फिर राजनीतिक लाभ उठाना।"
एनसीपी और शिवसेना (UBT) का समर्थन
एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने राहुल गांधी के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि "लोकसभा में विपक्ष का नेता अगर इस तरह की बातें करेंगे तो यह पद की गरिमा को ठेस पहुंचाएगा।" वहीं शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने राहुल का समर्थन करते हुए कहा कि "महाराष्ट्र का चुनाव हाइजैक किया गया था। अगर महा विकास अघाड़ी की सरकार बनती तो अडानी प्रोजेक्ट्स पर असर पड़ता, इसलिए चुनाव प्रभावित किया गया।"
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में विपक्षी INDIA गठबंधन ने बड़ी जीत दर्ज की थी। लेकिन इसके कुछ महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और एनसीपी (शरद पवार गुट) को करारी हार का सामना करना पड़ा।