महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए प्रचार के दौरान शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पांच प्रमुख वादे किए हैं। उद्धव ने यह वादे राज्य की जनता से अपने संबोधन में किए, जो चुनावी रणनीति का हिस्सा हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता से पांच महत्वपूर्ण वादे किए। उन्होंने घोषणा की कि राज्य सरकार छात्राओं को मुफ्त शिक्षा मुहैया कराएगी, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा सुधार होगा। इसके अलावा, उन्होंने पुलिसकर्मियों की भर्ती बढ़ाने का वादा किया, ताकि राज्य की कानून-व्यवस्था को और भी मजबूत किया जा सके। उद्धव ठाकरे ने मुंबई में अडानी परियोजना को रद्द करने का भी वादा किया, जिससे उन्होंने इस परियोजना को नागरिकों और शहर की स्थानीयता के हितों के खिलाफ बताया।
किसानों के लिए भी उन्होंने एक बड़ा कदम उठाने का वादा किया, जिसमें वे एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) सुनिश्चित करने का संकल्प लेते हैं। साथ ही, उन्होंने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को स्थिर रखने का भी वादा किया, ताकि आम जनता महंगाई से राहत महसूस कर सके। इन वादों के माध्यम से उद्धव ठाकरे ने राज्य के नागरिकों और किसानों के कल्याण के लिए कई अहम कदम उठाने की बात की।
शिवसेना यूबीटी के 5 बड़े वादे
1. उद्धव ठाकरे ने चुनाव प्रचार के दौरान यह वादा किया कि अगर महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार बनती है, तो राज्य के बच्चों और छात्रों को मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने विशेष रूप से बेटियों का उल्लेख करते हुए कहा कि बेटियां और बेटे दोनों परिवार के समान स्तंभ हैं और इसलिए बेटों के साथ-साथ बेटियों को भी सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा मिलनी चाहिए।
2. उद्धव ठाकरे ने कहा महाराष्ट्र में एमवीए की सरकार बनती है, तो महिला पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने बताया कि अक्सर महिलाओं को यह नहीं पता होता कि पुलिस स्टेशन में जाकर अपनी शिकायत कहां दर्ज कराएं। इसे ध्यान में रखते हुए, उनकी सरकार महिला अधिकारियों के नेतृत्व में महिला पुलिसकर्मियों से लैस पुलिस स्टेशन स्थापित करेगी। यह कदम महिलाओं को अधिक सुरक्षित और सहायक माहौल प्रदान करने के लिए उठाया जाएगा, ताकि वे अपनी शिकायतों को बिना किसी भय और कठिनाई के दर्ज करा सकें।
3. उन्होंने कहा कि अगर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सत्ता में आती है, तो मुंबई में अडानी परियोजना को रद्द कर दिया जाएगा और धारावी के निवासियों को सस्ते मकान मुहैया कराए जाएंगे। ठाकरे ने कोल्हापुरवासियों से कहा कि मुंबई उनका है, क्योंकि मराठी आदमी ने संघर्ष कर मुंबई को बचाया है और इसलिए मुंबई पर उनका अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार बनने पर महाराष्ट्र के भूमिपुत्रों को धारावी और मुंबई के अन्य इलाकों में सस्ते मकान दिए जाएंगे, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग भी शहर में रहने के लिए सक्षम हो सकें।
4. महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के सत्ता में आने पर राज्य के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दिया जाएगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर उनकी सरकार नहीं गिरी होती, तो अब तक राज्य के किसान कर्ज मुक्त हो चुके होते। ठाकरे ने यह भरोसा दिलाया कि अगर एमवीए फिर से सत्ता में आई, तो उनकी सरकार किसानों की कृषि उपज को एमएसपी प्रदान करेगी, ताकि किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
5. उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान, महाराष्ट्र में पांच जीवन आवश्यक वस्तुओं की कीमतें स्थिर रही थीं। उन्होंने यह वादा किया कि अगर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) फिर से सत्ता में आती है, तो अगले पांच वर्षों तक राज्य में जीवन आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा। ठाकरे ने यह सुनिश्चित किया कि उनकी सरकार दाल, चावल, चीनी, तेल जैसी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को स्थिर रखेगी, ताकि आम जनता को महंगाई से राहत मिल सके और उनके जीवन की बुनियादी जरूरतें आसानी से पूरी हो सकें।