Maharashtra Election 2024: पॉपुलर हुआ सीएम योगी का ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारा, एनसीपी के प्रमुख अजित पवार ने खुद को इस नारे से किया अलग

Maharashtra Election 2024: पॉपुलर हुआ सीएम योगी का ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारा, एनसीपी के प्रमुख अजित पवार ने खुद को इस नारे से किया अलग
Last Updated: 08 नवंबर 2024

हाल के दिनों में विभिन्न राज्यों में "बटेंगे तो कटेंगे" का नारा राजनीतिक चर्चाओं में काफी सुर्खियां बटोर रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे कई मौकों पर दोहराया है, जिससे यह नारा लोकप्रिय होता जा रहा है। इस नारे का उपयोग सामाजिक और राजनीतिक विभाजन के विरोध में किया जा रहा है, और यह बताने का प्रयास है कि समाज में विभाजन करने से राजनीतिक नुकसान हो सकता हैं।

मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 के प्रचार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्टार प्रचारक और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने "बटेंगे तो कटेंगे" नारे का इस्तेमाल करते हुए मतदाताओं से एकजुट होकर भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को समर्थन देने का आह्वान किया है। सीएम योगी इस नारे का उपयोग विभाजनकारी ताकतों को रोकने और समाज में एकता बनाए रखने के संदेश के रूप में कर रहे हैं।

हालांकि, इस नारे पर भाजपा की सहयोगी पार्टी एनसीपी के प्रमुख अजित पवार ने असहमति जताई है। पवार ने कहा है कि वह इस नारे से खुद को अलग रखते हैं और उनकी प्राथमिकता सकारात्मक, एकजुटता पर आधारित राजनीति करना है। उन्होंने इस तरह के नारों का समर्थन करने से इनकार करते हुए बताया कि उनका फोकस विकास और समाज में समरसता बनाए रखने पर है। पवार का कहना है कि वह चुनाव प्रचार में ऐसे किसी नारे का इस्तेमाल नहीं करेंगे, जो किसी समुदाय या वर्ग के खिलाफ गलत संदेश दे।

एनसीपी के प्रमुख अजित पवार ने कहा कि...

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के प्रचार में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए नारे "बटेंगे तो कटेंगे" पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी के प्रमुख अजित पवार ने इस नारे से खुद को दूर कर लिया है। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र छत्रपति शिवाजी महाराज, राजर्षि शाहू महाराज, और महात्मा फुले का राज्य है, जहां सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की परंपरा हैं।

अजित पवार ने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र में समाज के हर वर्ग को एकजुटता के साथ आगे बढ़ाने की भावना है और ऐसे नारे यहां के लोगों को पसंद नहीं आते। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने हमेशा समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की शिक्षा दी थी। पवार का यह बयान समाज में एकता, समरसता और सभी वर्गों के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ावा देने पर जोर देता हैं।

अजीत पवार ने दी नारे पर प्रतिक्रिया

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के "बटेंगे तो कटेंगे" नारे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महाराष्ट्र के लोग इस तरह की टिप्पणियों को पसंद नहीं करते हैं। पवार ने बताया कि महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य है जहां छत्रपति शिवाजी महाराज, राजर्षि शाहू महाराज और महात्मा फुले जैसे महान नेताओं की शिक्षाओं के आधार पर समाज को एकजुट रखा गया हैं।

अजित पवार ने यह भी कहा कि जब दूसरे राज्यों से नेता महाराष्ट्र में आते हैं, तो वे अक्सर अपने राज्य के संदर्भ में बयान देते हैं, लेकिन महाराष्ट्र की परंपरा हमेशा से समरसता और सामाजिक एकता की रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के चुनावों का इतिहास गवाह है कि यहां के लोग विभाजनकारी राजनीति को पसंद नहीं करते।

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