महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को भव्य तरीके से आयोजित होने जा रहा है। इस समारोह में देशभर से 400 साधु-संतों की उपस्थिति होगी, जो इस ऐतिहासिक मौके का हिस्सा बनेंगे। समारोह के दौरान राज्य के नए मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई जाएगी।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद अब महायुति गठबंधन की सरकार का गठन होने जा रहा है, जिसके तहत शपथ ग्रहण समारोह की भव्य तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं। यह ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद पार्क में आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में कुल 70 से अधिक वीवीआईपी नेता और देशभर से 400 साधु-संतों की उपस्थिति होगी, जो इसे और भी गौरवमयी बनाएंगे।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे प्रमुख नेता
इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, और राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सहित केंद्र सरकार के कई कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। महाराष्ट्र की नई सरकार के शपथ ग्रहण में इन नेताओं का भाग लेना सरकार की सफलता और महायुति गठबंधन की मजबूती को दर्शाता है।
400 साधु-संतों को भेजा गया निमंत्रण
शपथ ग्रहण समारोह की एक विशेषता यह है कि इसमें देशभर से 400 साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है। जिनमें जगतगुरु नरेंद्रचार्य महाराज, गोविंददेव गिरी जी महाराज, बागेश्वर बाबा, महामंडलेश्वर स्वामी विश्वशवरानंद जी महाराज, जैन संत लोकेश मुनि जी, और बंजारा संत सहित सिख, बौद्ध, और अन्य धर्मों के संत भी शामिल होंगे। इन संतों की उपस्थिति समारोह में धार्मिक और आध्यात्मिक आशीर्वाद का संदेश लाएगी।
महाराष्ट्र के प्रमुख मंदिरों के पुजारियों को भी निमंत्रण
महाराष्ट्र के प्रमुख मंदिरों के मुख्य पुजारियों को भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है। इसमें काशी विश्वनाथ और महाकाल मंदिर के मुख्य पुजारी शामिल हैं, जो इस कार्यक्रम को और भी विशेष बनाएंगे। इसके अलावा जनजाति समाज, एस्कॉन मंदिर, स्वामी नारायण मंदिर और अन्य हिन्दू समाज के संतों को भी निमंत्रित किया गया है।
सिख संतों और समाज के प्रतिनिधियों की उपस्थिति
शपथ ग्रहण समारोह में सिख संत बाबा हरनाम सिंह को भी निमंत्रण भेजा गया है। इसके साथ ही जनजाति समाज के संतों, सभा समाज के संतों, और लबाना समाज के संतों को भी समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।