मणिपुर में हिंसा और अशांति लगातार जारी है, जिससे राज्य में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। हालिया घटनाओं में प्रदर्शनकारियों ने मंत्रियों और विधायकों के घरों को निशाना बनाया और तोड़फोड़ की।
इम्फाल: मणिपुर में हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव मिलने के बाद राज्य में तनाव और बढ़ गया है, जिससे व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने मंत्रियों और विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की है। इस बीच, भाजपा सरकार में सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है, आरोप लगाते हुए कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में प्रशासन शांति बहाल करने और संकट को हल करने में पूरी तरह नाकाम रहा हैं।
हालांकि, भाजपा के पास अपने 32 विधायकों के साथ विधानसभा में पूर्ण बहुमत है, जिससे सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस हिंसा ने राज्य की शांति और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार को न केवल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी, बल्कि विभिन्न समुदायों के बीच संवाद स्थापित कर स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।
मणिपुर हिंसा के 10 मुख्य अपडेट
1. हत्या और विरोध प्रदर्शन:- जिरीबाम जिले में उग्रवादियों द्वारा तीन महिलाओं और तीन बच्चों की हत्या से नाराज लोगों ने 16 नवंबर को तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवासों पर हमला किया। घटना के बाद राज्य में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया।
2. तनाव और आगजनी:- शवों की तस्वीरें प्रसारित होने के बाद रविवार को जिरीबाम में तनाव फिर बढ़ गया। गुस्साई भीड़ ने कई राजनीतिक दलों के कार्यालयों को जला दिया।
3. गिरफ्तारी और बरामदगी:- पुलिस ने इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम और बिष्णुपुर जिलों से 25 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से हथियार, गोला-बारूद और मोबाइल फोन बरामद किए गए।
4. सुरक्षा बलों की कार्रवाई:- असम राइफल्स, बीएसएफ और राज्य बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और रबर की गोलियां चलाईं। हिंसा में 15 से अधिक लोग घायल हुए।
5. चर्च और घरों पर हमले:- स्वदेशी जनजातीय नेताओं के मंच (आईटीएलएफ) ने आरोप लगाया कि शनिवार रात प्रतिद्वंद्वी समुदाय ने पांच चर्च, एक स्कूल, एक पेट्रोल पंप और 14 घरों को जला दिया।
6. फ्लैग मार्च:- सेना, असम राइफल्स, बीएसएफ, सीआरपीएफ और मणिपुर पुलिस ने राजधानी इंफाल और आसपास के इलाकों में फ्लैग मार्च किया।
7. बीरेन सिंह के खिलाफ असंतोष:- भाजपा के 19 विधायकों ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को हटाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा।
8. COCOMI की हड़ताल:- मैतेई समुदाय की संस्था COCOMI ने शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने की घोषणा की।
9. AFSPA की बहाली:- मणिपुर सरकार ने केंद्र से AFSPA हटाने की मांग की थी। केंद्र ने 14 नवंबर को AFSPA को इंफाल और अन्य संवेदनशील इलाकों में लागू कर दिया।
10. गृहमंत्री की रैली रद्द:- गृह मंत्री अमित शाह ने नागपुर की रैली रद्द कर मणिपुर के हालात पर ध्यान केंद्रित करने के लिए दिल्ली लौट आए। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) प्रमुख अनीश दयाल को मणिपुर के हालात का जायजा लेने के लिए भेजा जा सकता हैं।