राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे के बीच तीखी बहस हुई। कांग्रेस के आरोपों के बाद धनखड़ ने कहा कि वे अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे।
Parliament Winter Session: संसद के विंटर सत्र में भी राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति धनखड़ पर सदन को नियम से नहीं चलाने का आरोप लगाया, जिस पर उपराष्ट्रपति ने जवाब दिया।
धनखड़ का कांग्रेस को जवाब
मल्लिकार्जुन खरगे ने धनखड़ पर निशाना साधते हुए कहा, “आप लोगों को पीड़ा होती है कि इस कुर्सी पर एक किसान का बेटा कैसे बैठा है। मैं देश के लिए जान दे दूंगा, लेकिन झुकूंगा नहीं।” धनखड़ ने जवाब दिया, “आपका दर्द उस किसान के बेटे के बैठने से है। मैं देश के लिए खड़ा रहूंगा, भले ही झुकूंगा नहीं।”
खरगे का आरोप-धनखड़ पक्षपाती
खरगे ने धनखड़ पर पक्षपाती होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “आप बीजेपी के सांसदों को बोलने का मौका दे रहे हैं, जबकि कांग्रेस को नहीं। हम यहां आपकी तारीफ सुनने नहीं आए हैं।” उन्होंने कहा, “सदन चलाना सभापति की जिम्मेदारी होती है। सभापति विपक्षी सांसदों का अपमान कर रहे हैं।”
धनखड़ का उत्तर और संवैधानिक अपील
धनखड़ ने कहा, “विपक्ष मेरे खिलाफ प्रस्ताव लाने के हकदार हैं, लेकिन यह संवैधानिक प्रावधानों से भटकाव है। हर दिन चेयरमैन के खिलाफ शिकायतें आती रहती हैं।” उन्होंने कहा, “मैं अपनी शपथ पर कायम रहूंगा। संविधान के नाम पर आपसे अपील करता हूं। मेरे चैंबर में मुझसे बातचीत करें। हम मिलकर काम करेंगे।”