PM Modi: गुजरात में वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा; पीएम मोदी ने जूनागढ़ में राष्ट्रीय रेफरल केंद्र की आधारशिला रखी

PM Modi: गुजरात में वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा; पीएम मोदी ने जूनागढ़ में राष्ट्रीय रेफरल केंद्र की आधारशिला रखी
अंतिम अपडेट: 11 घंटा पहले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर गिर राष्ट्रीय उद्यान में जंगल सफारी का आनंद लेने के बाद जूनागढ़ में वन्यजीव संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।

जूनागढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर गिर राष्ट्रीय उद्यान में जंगल सफारी का आनंद लेने के बाद जूनागढ़ में वन्यजीव संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने एशियाई शेरों के बेहतर संरक्षण और चिकित्सा देखभाल के लिए 'नेशनल रेफरल सेंटर' की आधारशिला रखी और मई 2025 में होने वाली शेरों की जनगणना की भी घोषणा की।

वन्यजीव संरक्षण को मिलेगा नया आयाम

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) की सातवीं बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें वन्यजीवों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में सेना प्रमुख, विभिन्न राज्यों के सचिव, वन्यजीव विशेषज्ञ और गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। सरकार ने एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए ‘प्रोजेक्ट लॉयन’ के तहत 2,900 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। यह योजना शेरों के प्राकृतिक आवास को सुरक्षित रखने और उनके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर केंद्रित हैं।

गिर में हाई-टेक निगरानी केंद्र और अत्याधुनिक अस्पताल

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर सासण गिर में एक उच्च तकनीक से युक्त वन्यजीव निगरानी केंद्र और अत्याधुनिक अस्पताल की भी घोषणा की, जहां शेरों और अन्य वन्यजीवों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान किया जाएगा। इसके अलावा, जूनागढ़ जिले के न्यू पिपल्या में 20.24 हेक्टेयर भूमि पर 'राष्ट्रीय रेफरल केंद्र' विकसित किया जा रहा है, जो वन्यजीवों के रोग निदान और उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

मई में होगी एशियाई शेरों की जनगणना

प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि मई 2025 में एशियाई शेरों की व्यापक जनगणना की जाएगी। यह गणना अत्याधुनिक तकनीकों की मदद से की जाएगी, जिससे सटीक डेटा प्राप्त किया जा सकेगा। वर्तमान में ये शेर गुजरात के नौ जिलों के 53 तालुकों में लगभग 30,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए हैं।पीएम मोदी ने सासण में महिला वन कर्मचारियों से बातचीत कर उनके अनुभवों को साझा किया और वन्यजीव संरक्षण में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि महिलाओं की भागीदारी वन्यजीव संरक्षण को नई दिशा दे रही हैं।

प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे से गुजरात में वन्यजीव संरक्षण को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है। सरकार की ये पहल न केवल एशियाई शेरों की सुरक्षा को मजबूत करेगी बल्कि वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में भारत को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान भी दिलाएगी।

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