Prayagraj Maha Kumbh 2024: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 28 दिसंबर को करेंगे प्रयागराज का दौरा, तैयारियों का करेंगे जायजा

Prayagraj Maha Kumbh 2024: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 28 दिसंबर को करेंगे प्रयागराज का दौरा, तैयारियों का करेंगे जायजा
Last Updated: 15 घंटा पहले

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 28 दिसंबर को प्रयागराज का दौरा करेंगे, जहां वह महाकुंभ मेले की तैयारियों का जायजा लेंगे। इस महत्वपूर्ण दौरे के दौरान मुख्यमंत्री प्रमुख धार्मिक कार्यों में शामिल होंगे और महाकुंभ के आयोजन से जुड़ी व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री का यह दौरा महाकुंभ मेले की सफलता के लिए अहम साबित होगा, क्योंकि यह आयोजन लाखों श्रद्धालुओं की उम्मीदों को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा की जा रही कई योजनाओं और निर्णयों की दिशा को स्पष्ट करेगा।

मुख्यमंत्री का कार्यक्रम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 28 दिसंबर की सुबह लगभग 10:30 बजे हेलीकाप्टर से प्रयागराज पहुंचेंगे। उनका पहला कार्यक्रम सेक्टर 20 स्थित अखाड़ा नगर में होगा, जहां वह धर्म ध्वजा पूजन और स्थापना में शामिल होंगे। इस अवसर पर वह वैष्णव सम्प्रदाय के श्री पंच निर्मोही अनी, श्री पंच निर्वाणी अनी, और श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ों के शिविर में उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में इन तीनों अखाड़ों की ध्वजाएं स्थापित की जाएंगी। यह धार्मिक कार्य महाकुंभ के शुभारंभ के प्रतीक के रूप में बहुत महत्वपूर्ण होता हैं।

अखाड़ा प्रतिनिधियों से बैठक

धर्म ध्वजा पूजन के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अखाड़ों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में लगभग एक घंटे तक चर्चा होगी, जिसमें मेला आयोजन और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर विचार-विमर्श होगा। यह बैठक सुनिश्चित करेगी कि महाकुंभ के आयोजन में कोई भी प्रशासनिक समस्या उत्पन्न न हो, और सब कुछ व्यवस्थित तरीके से चले।

महाकुंभ की तैयारियों पर समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार, वह लगभग 12:15 बजे प्रयागराज मेला प्राधिकरण के सभागार में पहुंचेंगे, जहां महाकुंभ की तैयारियों को लेकर एक समीक्षा बैठक करेंगे। इस बैठक में मेला प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ-साथ राज्य सरकार के करीब 17 विभागों के उच्च अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री महाकुंभ की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि आयोजन के दौरान किसी भी प्रकार की कमी न हो।

महाकुंभ कार्यों का निरीक्षण

समीक्षा बैठक के बाद, मुख्यमंत्री महाकुंभ के विभिन्न कार्यों का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वह मेला क्षेत्र में सुरक्षा, सफाई, यातायात व्यवस्था और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों का जायजा लेंगे। उनका यह निरीक्षण महाकुंभ की सफलता के लिए आवश्यक कदम होगा, ताकि सभी कार्य समय पर पूरे हो सकें और श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।

मुख्यमंत्री का यह दौरा पांचवीं बार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह दौरा इस माह का पांचवां दौरा होगा। इससे पहले उन्होंने चार बार महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लिया था। मुख्यमंत्री के इन दौरों से महाकुंभ के प्रशासनिक कार्यों में गति आई है, और यह सुनिश्चित किया गया है कि हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है। अधिकारियों के द्वारा युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है ताकि मेले की सभी व्यवस्थाएं और सुरक्षा चाक-चौबंद रहें।

महाकुंभ सुरक्षा के लिए 218 प्रशिक्षु आईपीएस की तैनाती

महाकुंभ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए 218 प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। ये अधिकारी मेला क्षेत्र में सुरक्षा, यातायात और भीड़ प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि इन प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों की तैनाती से महाकुंभ की व्यवस्था में सुधार होगा और सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

महाकुंभ में दुकानों की बढ़ती बोली

महाकुंभ के दौरान दुकानों के आवंटन के लिए बोली प्रक्रिया भी जारी है। बुधवार को दुकानों की बोली में उछाल आया, और सबसे ऊंची बोली सात लाख 20 हजार रुपये तक पहुंच गई। यह आंकड़ा मंगलवार के मुकाबले ज्यादा था। पहले दिन 35 दुकानों की बोली लगी थी, जबकि दूसरे दिन 45 दुकानों की बोली लगी। मेला प्रशासन के अस्थायी कार्यालय में बोली प्रक्रिया जारी है, और गुरुवार को भी दुकानों की बोली लगाई जाएगी।

महाकुंभ के लिए त्वरित तैयारियां

सभी विभागों के अधिकारी युद्ध स्तर पर महाकुंभ के लिए तैयारियों में जुटे हैं। संगम लोअर मार्ग की सफाई, रेत के टीले हटाना और अन्य कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है ताकि मुख्यमंत्री का दौरा निर्बाध रूप से हो सके और महाकुंभ की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा सकें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 28 दिसंबर को होने वाला दौरा महाकुंभ मेले की तैयारियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके मार्गदर्शन और निरीक्षण से महाकुंभ मेले की व्यवस्थाएं बेहतर और सुरक्षापूर्ण बनेंगी। अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई और प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों की तैनाती से यह सुनिश्चित होगा कि मेला क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई समस्या न हो, और यह आयोजन भारत और दुनिया भर के श्रद्धालुओं के लिए दिव्य और भव्य साबित हो।

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