Prayagraj News: कुंभ की तैयारी के बीच योगी सरकार का बड़ा फैसला, रसूलाबाद घाट का बदला नाम, 'अब कहलाएगा चंद्रशेखर आजाद घाट'

Prayagraj News: कुंभ की तैयारी के बीच योगी सरकार का बड़ा फैसला, रसूलाबाद घाट का बदला नाम, 'अब कहलाएगा चंद्रशेखर आजाद घाट'
Last Updated: 3 घंटा पहले

प्रयागराज में गंगा किनारे स्थित प्राचीन रसूलाबाद घाट का नाम बदलकर अब शहीद चंद्रशेखर आजाद घाट कर दिया गया है। मेयर द्वारा नगर निगम में पास प्रस्ताव पर मुहर लगाने के बाद यह बदलाव हुआ।

CM Yogi: प्रयागराज में आगामी महाकुंभ की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रशासन कुंभ के लिए सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने में जुटा हुआ है। इसी क्रम में प्रयागराज के प्राचीन रसूलाबाद घाट का नाम बदलने का निर्णय लिया गया।

रसूलाबाद घाट बना चंद्रशेखर आजाद घाट

गंगा नदी किनारे स्थित रसूलाबाद घाट का नाम बदलकर अब इसे शहीद चंद्रशेखर आजाद घाट कहा जाएगा। यह नामकरण अमर शहीद की स्मृति में किया गया है। नगर निगम में प्रस्ताव पारित होने और मेयर गणेश केसरवानी की मंजूरी के बाद यह बदलाव आधिकारिक रूप से लागू हुआ है।

1991 में रखा था प्रस्ताव

रसूलाबाद घाट का नाम बदलने का प्रस्ताव पहली बार 1991 में नगर निगम की बैठक में सर्वसम्मति से पारित हुआ था। हालांकि, इसे अमलीजामा अब पहनाया गया है। मेयर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द ही नए नाम का शिलापट्ट बनवाकर स्थापित किया जाए।

चंद्रशेखर आजाद की स्मृति से जुड़ा घाट

यह घाट ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहीं पर शहीद चंद्रशेखर आजाद की अंत्येष्टि की गई थी। घाट पर उनकी स्मृति में एक स्मारक भी स्थापित है। मेयर ने सदन में प्रस्ताव पारित कर रसूलाबाद घाट को चंद्रशेखर आजाद घाट घोषित किया और जल्द ही इसके लोकार्पण की योजना बनाई।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर हुआ बदलाव

प्रयागराज भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुंभ की तैयारियों का निरीक्षण किया था। इसी दौरान उन्होंने प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात और कुंभ मेलाधिकारी विजय किरण आनंद को घाट का नाम बदलने का निर्देश दिया। अब इस बदलाव के साथ घाट की पहचान चंद्रशेखर आजाद के नाम से होगी।

कुंभ 2025 की जोरो-शोरों से तैयारी 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दशाश्वमेघ घाट और गंगा रिवर फ्रंट रोड का निरीक्षण कर कुंभ से संबंधित सभी कार्यों को समय पर पूरा करने का निर्देश दिया। रसूलाबाद घाट का नामकरण भी इसी प्रक्रिया का हिस्सा है, जिससे प्रयागराज की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को सम्मान मिल सके।

Leave a comment
 

Latest News